सूरत : प्रधानमंत्री आवास के लिए 3391 लाभार्थीओं का ऑनलाईन ड्रो आयोजित हुआ‌

सूरत : प्रधानमंत्री आवास के लिए 3391 लाभार्थीओं का ऑनलाईन ड्रो आयोजित हुआ‌

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अंबाजी से वर्च्चुअली प्रधानमंत्री आवास का ड्रो किया

शुक्रवार को अंबाजी में प्रधानमंत्री के हाथों आयोजित प्रधान मंत्री आवास योजना (शहरी) के  ई-गृह प्रवेश के शुभारंभ के हिस्से के रूप में सूरत नगर निगम द्वारा शहरी लोगों के सपने को साकार करने के लिए प्रधान मंत्री आवास योजना (चरण 3, 4, 5) के तहत ईडब्ल्यूएस-द्वितीय प्रकार की योजना की 05 स्कीम के 3391 मकानों का ड्रो किया गया। इस अवसर पर महापौर हेमाली बोघावाला, मनपा आयुक्त बंछानिधि पानी, स्थायी समिति अध्यक्ष परेश पटेल, शासक पक्ष नेता अमितसिंह राजपुत, स्लम इम्प्रुवमेन्ट समिति के अध्यक्ष दिनेश राजपुरोहित, विधायक संगीता पाटील, झंखना पटेल, विवेक पटेल सहित अथिति और हजारों की संख्या में लाभार्थी उपस्थित रहे। 

प्रधानमंत्री आवास कोड संख्या 41,42,43,48,49 का  कम्प्यूटरीकृत ड्रा हुआ


प्रधानमंत्री द्वारा ऑनलाईन उपस्थिति में आयोजित यह कार्यक्रम सूरत के लिंबायत स्थित नीलगिरि मैदान में हुआ। नीलगिरि सर्कल मैदान से प्रधानमंत्री आवास कोड संख्या 41,42,43,48,49 के 3395 घरों के कम्प्यूटरीकृत ड्रा का कार्यक्रम आयोजित किया गया । दिप प्रागट्य के साथ कार्यक्रम शुरू किया गया था।  कार्यक्रम में विभिन्न योजनाओं से जुड़ी कहानी की लघु फिल्मी दर्शायी गयी।  
लिंबायत के निलगीरी ग्राऊन्ड पर हजारों की संख्या में लाभार्थी उपस्थित रहे
इस कार्यक्रम के अवसर पर स्वागत भाषण देते हुए सूरत महानगरपालिका आयुक्त बंचानिधि पाणि ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना परिवार की समृद्धि बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार और गुजरात सरकार की एक योजना है। दुनिया के अंत का मतलब एक घर और इस घर का घर पाने से लाभार्थियों के सभी जरूरतमंदों के सपने पूरे होते हैं। सूरत जैसे बड़े शहरों में जब घर की कीमत 50 लाख से करोड़ के बीच होती है तो लोगों के लिए अपना घर खरीदना मुश्किल हो जाता है। तब लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना के माध्यम से कम कीमत पर घर मिलता है तो उन्हें संतुष्टि मिलती है। सूरत नगर निगम ने 1 लाख से अधिक आवास उपलब्ध कराए हैं।
इस अवसर पर बोलते हुए विधायक जंखनाबेन पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना एक वरदान के समान है। लोग रोजगार के उद्देश्य से भारत के सबसे सुरक्षित शहर सूरत आते हैं। वे किराए के मकान में रहते हैं। उनका घर का सपना भी इस प्रधानमंत्री आवास योजना के माध्यम से साकार होता है। सबसे किफायती, गुणवत्तापूर्ण और आरामदायक आवास प्रधानमंत्री आवास योजना के माध्यम से आवंटित किया जाता है।
इस अवसर पर बोलते हुए विधायक विवेक भाई पटेल ने कहा कि पृथ्वी के अंत का मतलब घर है। जब  प्रधानमंत्री  नरेंद्रभाई गुजरात राज्य के मुख्यमंत्री थे तो उन्होने मुख्यमंत्री योजना शुरू की गई थी, तब वे 2014 में प्रधानमंत्री बने थे। फिर 2015 में प्रधानमंत्री आवास योजना की शुरुआत हुई, घर का सपना साकार हुआ। मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत अनुमानित 8000 आवास आवंटित किए गए हैं और प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत अनुमानित 29000 आवास स्वीकृत किए गए हैं। इनमें से 16000 घर पूरे हो चुके हैं और अन्य का काम प्रगति पर है।

गरीब को जब अपनी खुद की मालिकी का घर मिलता है तो खुशी महसूस करता है

इस अवसर पर बोलते हुए विधायक संगीताबेन पाटिल ने कहा कि जब एक घर का सपना सच होता है, तो खुशी महसुस होती है। हर कोई चाहता है कि उसके जीवन में उसका अपना घर हो। वेसु-आलथन जैसे क्षेत्रों में प्रधानमंत्री आवास योजना के माध्यम से नाममात्र की कीमत पर मकान उपलब्ध कराये जाते हैं। अकल्पनीय संख्या में लोग फॉर्म भरते हैं। जहां जगह उपलब्ध है वहां आवास बनाने की योजना है। प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी यह योजना लेकर आए जिसके माध्यम से लोगों का घर का सपना साकार हुआ।आज सूरत के मोटावराछा, कतारगाम, पाल, जहांगीरपुरा जैसे क्षेत्र में बने प्रधानमंत्री आवास योजना के 3391 आवासों का कोम्प्युटराईज ड्रो हुआ। जिन लाभार्थी का ड्रो में फ्लैट लगा है उन्हे मोबाईल पर 30 सितंबर को मेसेज आयेगा और वह ऑनलाईन सूरत महानगरपालिका की वेबसाईट पर भी अपना अलोटमेन्ट जांच कर सकते है। 

Tags: