सूरत : महानगर पालिका शहर में 20 विभिन्न स्थानों पर वायु गुणवत्ता निगरानी प्रणाली का अभ्यास करेगी

सूरत : महानगर पालिका शहर में 20 विभिन्न स्थानों पर वायु गुणवत्ता निगरानी प्रणाली का अभ्यास करेगी

वायु गुणवत्ता निगरानी के लिए निर्धारित स्पॉट तय किए, जर्मन संगठन जीआईजेड के सहयोग से निगरानी प्रणाली शुरू की जाएगी

सूरत शहर में प्रदूषण की मात्रा न बढ़ने और प्रदूषण की मात्रा जानने के लिए महानगर पालिका ने शहर के 20 अलग-अलग जगहों पर वायु गुणवत्ता निगरानी प्रणाली शुरू करने का फैसला किया है। शहर में 20 स्थानों की पहचान की गई है, जिसके लिए सूरत नगर पालिका जर्मन संगठन जीआईजेड के सहयोग से गुणवत्ता निगरानी प्रणाली शुरू करेगी। द एयर वी शेयर इंटरनेशनल डे पर आज सूरत में एक विशेष संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अभियान में सूरत नगर निगम भी शामिल हो गया है। सूरत महानगरपालिका प्रशासन ने आज सायन्स सेन्टर में परिचर्चा का आयोजन किया। इसके अलावा इंटरनेशनल डे ऑफ क्लीन एयर फॉर ब्लू स्काई-2022 के तहत शहर के विभिन्न 20 स्थानों पर वायु गुणवत्ता सेंसर आधारित निगरानी स्टेशन स्थापित करने का निर्णय लिया गया है।

हवा की गुणवत्ता और प्रदुषण की मात्रा का पता लगेगा


नगर पालिका ने सूरत में वायु गुणवत्ता निगरानी प्रणाली शुरू करने के लिए एक अभ्यास शुरू किया है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि हवा की गुणवत्ता में कोई गिरावट न हो और हवा में प्रदूषण की मात्रा और हवा कितनी साफ है। सूरत शहर के साथ-साथ अन्य जगहों पर जहां प्रदूषण की शिकायत है वहां इस तरह की निगरानी प्रणाली स्थापित की जाएगी। आने वाले दिनों में सूरत के विभिन्न क्षेत्रों में स्थापित किए जाने वाले हवाई निगरानी स्टेशनों के आंकड़े शहर में वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए महत्वपूर्ण साबित होंगे।
सूरत नगर निगम ने इस दिशा में एक अहम फैसला लिया है। नगर पालिका के सभी जोन क्षेत्रों में 20 स्थानों पर वायु गुणवत्ता सेंसर आधारित निगरानी स्टेशन शुरू किए जाएंगे। कुछ समय पहले स्मार्ट सिटी मिशन के तहत दो जगहों पर एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग सिस्टम लगाया गया था। लेकिन जिस एजेंसी को इसका ठेका दिया गया था, उसकी
लापरवाही के कारण दोनों व्यवस्थाएं बंद हैं।

एयर मॉनिटरिंग सिस्टम शुरू कर वायु प्रदूषण की सीधी जानकारी हासिल की जा सकती है


अब आने वाले दिनों में सूरत के रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट और अन्य जगहों पर एयर मॉनिटरिंग सिस्टम शुरू कर वायु प्रदूषण की सीधी जानकारी हासिल की जा सकती है। जर्मन संगठन जीआईजेड सूरत सहित पूरे देश के तीन शहरों में वायु प्रदूषण को कम करने के लिए एक वायु गुणवत्ता निगरानी प्रणाली के लिए काम कर रहा है और सूरत में भी लागत जर्मन संगठन द्वारा वहन की जाएगी न कि सूरत नगर निगम द्वारा। 

20 जगहों पर शुरू होगी वायु गुणवत्ता निगरानी प्रणाली लगायी जायेगी


दिल्ली गेट (रेलवे स्टेशन), सहारा दरवाजा, उधना दरवाजा, मजुरा गेट, लाल दरवाजा, सूरत हवाई अड्डा,  गुजरात गैस सर्किल, खाजोद डिस्पोजल साइट, विज्ञान केंद्र, पांडेसरा इंडस्ट्रियल एसोसिएशन जंक्शन, लिंबायत जोन कार्यालय, सोस्यो सर्किल, वराछा हीराबाग सर्किल, गजेरा सर्कल, कतारगाम, अखंड आनंद कॉलेज, वेडरोड, अश्विनीकुमार रोड, मोरा भागल,  सचिन ओवरब्रिज, सीमाडा जंक्शन, डिंडोली ओवरब्रिज पर वायु गुणवत्ता प्राणाली लगायी जायेगी। 
Tags: