सूरत : वीर नर्मद दक्षिण गुजरात विश्वविद्यालय का 53वां विशेष स्नातक समारोह आयोजित

सूरत :  वीर नर्मद दक्षिण गुजरात विश्वविद्यालय का 53वां विशेष स्नातक समारोह आयोजित

जीवन में शिक्षित होने के साथ-साथ व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त करना बहुत जरूरी है: शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. कुबेरभाई डिंडोरी

वीर नर्मद दक्षिण गुजरात विश्वविद्यालय उच्च एवं तकनीकी शिक्षा का 53वां विशेष स्नातक समारोह  राज्य मंत्री डॉ. कुबेरभाई डिंडोर की अध्यक्षता में आयोजित किया गया था। जिसमें 12 संकायों की 97 डिग्री 27,303 युवा छात्रों को पुरस्कृत किया। इसके अलावा, 36 पीएच.डी. और एम.फिल धारकों को 10 डिग्री से सम्मानित किया गया।

शिक्षा व्यक्ति, समाज और राष्ट्र के निर्माण में पहला कदम है


वीर कवि नर्मद की जयंती के शुभ अवसर पर विश्वविद्यालय के कन्वेंशन हॉल में आयोजित एक समारोह में दीक्षांत भाषण देते हुए मंत्री डॉ. कुबेरभाई ने शिक्षा की महिमा और विद्यार्थियों को सुशिक्षित समाज बनने का वर्णन किया। राज्य-देश के विकास में योगदान देने का अनुरोध किया। मंत्री ने कहा कि निराशा को हतोत्साहित करने का नाम युवा है। यदि किसी को धनवान बनना है तो कणकण  का प्रयोग करना सीखना चाहिए और यदि शिक्षित-प्रतिभाशाली बनना है तो क्षण-क्षण का सदुपयोग करना सीखना चाहिए। युवाओं  डिग्रियां प्राप्त करके युवाओं ने जिंदगी में नया अध्याय में आगे बढ़ते हुए जीवन में शिक्षित होने के साथ-साथ व्यवहारिक ज्ञान प्राप्त करना अत्यंत आवश्यक है इस पर जोर दिया।


36 पीएच.डी. और 10 एम.फिल धारकों को मिली डिग्रियां

डिंडोर ने आगे कहा कि शिक्षा संस्कार प्रदान करती है, और संस्कार मानव स्वभाव को आकार देते हैं, जो प्रकृति छात्रों के वर्तमान को और अधिक सुंदर बनाता है। गुजरात की शैक्षिक नींव और सांस्कृतिक विरासत मजबूत है। दुनिया के सर्वाधिक देशों में फैले गुजराती इसके प्रमाण हैं। दुनिया की किसी भी भाषा या संस्कृति के अनुकूल होना गुजराती की विशेषता है। मंत्री ने कहा कि न केवल विज्ञान संकाय ही नही बल्कि अन्य सभी संकायों के छात्र स्टार्टअप में शामिल हैं।
राज्य सरकार ने नवाचार में अपना कौशल दिखाने के लिए छात्र स्टार्टअप नीति में बदलाव किया है। जिसमें 2.50 लाख  रुपये की सहायता प्राप्त कर अपने नवाचार को दुनिया के सामने पेश करने का अनुरोध किया।
युवा शिक्षा और महेनत के जरिए आत्मनिर्भर भारत बनाने का प्रधानमंत्री  नरेंद्र भाई मोदी का संकल्प साकार करने का आह्वान करते हुए मंत्री ने कहा कि शिक्षा और कड़ी मेहनत सफलता की कुंजी है। शिक्षा  व्यक्ति, समाज और राष्ट्र निर्माण में पहले कदम के रूप में, युवा कड़ी मेहनत की परिणति के माध्यम से अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देते हैं। 

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