सूरत : आजादी का 75वां साल सबके लिए अहम, गुजरात में सहकारिता क्षेत्र से आई समृद्धिः अमित शाह

सूरत : आजादी का 75वां साल सबके लिए अहम, गुजरात में सहकारिता क्षेत्र से आई समृद्धिः अमित शाह

बाजीपुरा में अमित शाह ने 'सहकारिता से समृद्धि' सम्मेलन को गृह मंत्री का संबोधन, आजादी का 75वां साल सबके लिए अहम, गुजरात में सहकारिता क्षेत्र से आई समृद्धि

मुख्यमंत्री, गृह राज्य मंत्री, कृषि राज्य मंत्री, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष समेत कई नेता मौजूद रहे
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह की प्रेरक उपस्थिति में तापी जिले के बाजीपुरा में 'सहकारिता के माध्यम से समृद्धि' सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। सम्मेलन स्थल पर केंद्रीय मंत्री अमिताभई शाह ने सुमुल डेयरी द्वारा नवनिर्मित सत्त्व फोर्टिफाइड और चक्की आटा प्लांट का उद्घाटन किया। नवी पारडी में आधुनिक बटर कोल्ड स्टोरेज और पावर वेयर हाउस की आधारशिला भी रखी गई। अमित शाह ने कहा, 'आजादी का 75वां साल सभी के लिए महत्वपूर्ण है। गुजरात में सहकारी क्षेत्र से समृद्धि आई है।
पशुपालकों को संबोधित करते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि समृद्धि कार्यक्रम का आयोजन पशुपालकों के विकास के उद्देश्य से किया गया है। इस क्षेत्र में तेजी लाने के लिए सहकारिता मंत्रालय का गठन किया जाएगा। कार्यक्रम का आयोजन सुमुल डेयरी के सहयोग से किया गया था। जिसमें बड़ी संख्या में पशुपालक शामिल हुए।
अमित शाह ने अपने संबोधन की शुरुआत में दूध उत्पादकों को मेरा राम राम और प्रणाम कहा। तापी भूमि पर ऐतिहासिक अधिवेशन हो रहा है। यह कार्यक्रम इस बात का प्रमाण है कि सहकारी ढांचा कितना मजबूत हो गया है। यह वर्ष स्वतंत्रता का अमृत पर्व है। प्रधानमंत्री की दुनिया भर में ख्याति है। वे इस त्योहार को अलग नजरिए से देख रहे हैं। कई शहीदों, स्वतंत्रता सेनानियों की स्मृति को मनाया और देश की युवा पीढ़ी को उनके बलिदानों से प्रेरित करने और देशभक्ति के संस्कारों से भरने की योजना भी बनाई। उन्होंने देश को संकल्प वर्ष के रूप में मनाने का काम किया। 
देश ने यह तय करने का फैसला किया कि 25 साल बाद यह कैसा होगा। देश के हर नागरिक को समृद्ध बनाना, युवाओं को स्टार्टअप के माध्यम से आगे आने का मौका देना। हमने सहकारी कार्यकर्ताओं के लिए सहकारी समिति को मजबूत करने का भी निर्णय लिया है। मुझे यह कहते हुए गर्व हो रहा है कि मैं सुनहरे काम के लिए आया हूं। 
उन्होंने कहा कि 200 लीटर से शुरू हुई सुमुल डेयरी का सफर 20 लाख लीटर तक पहुंच गया है। किसानों की मेहनत के लिए हर दिन 7 करोड़ रुपये सीधे 2.5 लाख सदस्यों के बैंक खातों में जाते हैं। आदिवासी बहनों के खाते में जो पैसा जमा होता है वह सहकारिता आंदोलन और संघबल का चमत्कार है। आजादी के 75 साल पूरे होने पर हम 2022 तक किसानों की आय बढ़ाने के लक्ष्य के साथ आगे बढ़ेंगे और इसके लिए सरकार कई योजनाएं लेकर आई है। किसानों को आत्मनिर्भर बनाने का काम किया है । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सहकारिता मंत्रालय का गठन कर सहकारिता आंदोलन को मजबूत करने का काम किया है। गुजरात की जनता ने सहयोग का चमत्कार देखा है। अमूल एक वैश्विक ब्रांड बन गया है अमूल का 53,000 करोड़ रुपये का टर्न ओवर दिखाता है कि सहकारी आंदोलन कितना मजबूत है। 
सबसे अच्छी सहकारी चीनी मिलें यदि किसी राज्य में चलती हैं तो वह मेरे राज्य गुजरात में चलती हैं। चीनी मिलों के आयकर के मुद्दे पर सहकारी नेता 40 साल से लड़ रहे हैं लेकिन मैने इसे प्रधान मंत्री के सामने पेश किया और उन्होंने ढाई मिनट में फैसला किया और अपना प्रश्न हल किया। आने वाले दिनों में मोदी सरकार टैक्स को पुनर्जीवित करने के लिए भारत की सभी प्राथमिक कृषि समितियों को कम्प्यूटरीकृत करने और सॉफ्टवेयर उपलब्ध कराने का भी काम करेगी। सहकारी क्षेत्र मजबूत होगा तो देश का गरीब आदमी मजबूत होगा, देश का किसान मजबूत होगा, पशुचारक भाई-बहन मजबूत होंगे। समूल ने 11 जिलों में कुपोषण से लड़ने की पहल की है। उन्होंने इसके लिए सुमुल के चेयरमैन और निदेशक मंडल को धन्यवाद दिया। 
इस अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, सहकारिता मंत्री जगदीश पांचाल, गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी, कृषि राज्य मंत्री मुकेशभाई पटेल, सांसद और प्रदेश अध्यक्ष सी.आर. पाटिल मौजूद थे। इस अवसर पर बड़ी संख्या में सहकारी समिति के सदस्य, जिला पदाधिकारी बड़ी संख्या में मौजूद रहे।
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमिताभई शाह आज सूरत हवाई अड्डे पर उतरे और तापी जिले के वालोड तालुका के बाजीपुरा पहुंचे। कार्यक्रम के बाद वह दोपहर 12 बजकर 40 मिनट पर सूरत एयरपोर्ट से दिल्ली के लिए निकले।
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