सूरत : अमरोली में 50 हजार से ज्यादा लूम्स बंद रहने से 50 लाख मीटर उत्पादन पर असर

सूरत : अमरोली में 50 हजार से ज्यादा लूम्स बंद रहने से 50 लाख मीटर उत्पादन पर असर

पुलिस सुरक्षा के साथ वीविंग इकाईयां शुरू करने की उद्यमियों की मांग

सूरत के अमरोली इलाके में स्थित अंजनी इंडस्ट्रीयल सोसायटी में दूसरे दिन भी 400 इकाईयों के 50 हजार से ज्यादा लूम्स बंद रहे। जिससे 50 लाख मीटर कपड़ा का प्रोडक्शन प्रभावित हुआ। उद्यमियों ने पुलिस से सुरक्षा मुहैया करने की मांग की है। कोरोना के कारण पिछले साल के अलावा पिछले 5 साल से दिवाली बाद कपड़ा वीविंग इकाई के साथ जुड़े कारीगर पगार बढ़ाने की मांग कर रहे है। जिसके कारण एक के बाद एक इंडस्ट्रीयल विस्तार को शिकंजे में लिए जाने का प्रयास करते है। 
उद्यमियों ने कहा कि हर बार कारीगर मीटर 10 से 20 पैसा मजदूरी बढ़ाने की मांग करते है। जिसके कारण कुछ बदमाशों की बातों में आकर 10 से 15 दिन काम बंद कर देते है। इस बार  यूपी- बिहार में शादियों के कारण अच्छा ऑर्डर है और दिवाली में भी कपड़ा का अच्छा कारोबार हुआ है, ऐसे में कारीगर पगार बढ़ाने की मांग कर रहे है। हालांकि अभी तक शहर के एक ही इंडस्ट्रीयल सोसायटी में कारीगर द्वारा हंगामा किया गया है।
इस वर्ष पांडेसरा-बमरोली इलाके में कारीगरों ने पगार बढ़ाने की मांग को लेकर तोडफ़ोड़ की थी। बुधवार को अंजनी इंडस्ट्रीयल इलाके में कुछ कारीगरों ने उडिया भाषा में पोस्टर छिपकाकर कारीगरों को धमकाया था। मीटर 20 पैसा वृद्धि बिना काम करने वाले कारीगरों के हाथ पैर तोडऩे की धमकी दी थी। 
इस घटना का असर गुरूवार को भी अंजनी इंडस्ट्रीज में देखने को मिला। 400 इकाई में दिवाली के बाद शुरू हुए काम लगातार दूसरे दिन बंद रहा। 50 लाख मीटर से ज्यादा का प्रोडक्शन पर असर पड़ा। अंजनी इंडस्ट्रीज के साथ जुड़े अग्रणियों ने पुलिस सुरक्षा मुहैया करने की मांग की है। पांडेसरा, बमरोली, लसकाणा, कामरेज, सचिन सहित इंडस्ट्रीयल विस्तार में अभी तक कारीगरों के पगार वृद्धि को लेकर कोई स्थिति पैदा नहीं हुई है। 

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