सूरत : युवा शक्ति को शिक्षित-दीक्षित कर उसकी भुजाओं के दम पर करना है नये भारत का निर्माण

सूरत :  युवा शक्ति को शिक्षित-दीक्षित कर उसकी भुजाओं के दम पर करना है नये भारत का निर्माण

वनबंधु क्षेत्र तापी के उच्छल में 6.82 करोड़ के खर्च से निर्मित सरकारी कला महाविद्यालय का मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने किया ई-लोकार्पण

समाज व राष्ट्र के विकास और समृद्धि की नींव है शिक्षाः मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने शिक्षा को समाज और राष्ट्र के विकास तथा समृद्धि की नींव करार देते हुए कहा कि शिक्षा चेतना की खेती है। यह बात उन्होंने शुक्रवार को वनबंधु क्षेत्र तापी जिले के उच्छल में 6.82 करोड़ रुपए की लागत से नवनिर्मित सरकारी कला महाविद्यालय के ई-लोकार्पण अवसर पर कही। इस अवसर पर शिक्षा मंत्री  जीतूभाई वाघाणी, राज्य मंत्री कुबेरभाई डिंडोर, मुकेशभाई पटेल और कई विधायकों सहित पदाधिकारी उच्छल स्थित कार्यक्रम स्थल पर मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर नया भारत के निर्माण के लिए वनबंधु, मछुआरों, ग्रामीण और शहरी क्षेत्र की युवा शक्ति को शिक्षित एवं दीक्षित कर उसकी भुजाओं के दम पर आगे बढ़ने का संकल्प जताया। 
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुजरात में अपने मुख्यमंत्रित्व काल के दौरान ज्ञान शक्ति की महिमा से शिक्षा की जो मजबूत बुनियाद रखी थी, उसके परिणामस्वरूप ढाई दशक में भाजपा की सरकार ने केजी से लेकर पीजी तक की शिक्षा में समयानुकूल सुविधाएं और तकनीक अपनाकर युवा शक्ति को ग्लोबल युथ बनाया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गुजरात में विश्व की धाराओं के अनुरूप सेक्टोरल यूनिवर्सिटियां शुरू कर राज्य के युवाओं को विश्वस्तरीय ज्ञान सुलभ कराने का अवसर सरकार ने स्थानीय स्तर पर उपलब्ध कराया है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि सरकार ने शिक्षा को प्राथमिकता दी है और राज्य के बजट में 31 हजार करोड़ रुपए जितनी भारी धनराशि का आवंटन शिक्षा विभाग को किया है। यही नहीं, राज्य में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में सकल नामांकन अनुपात बढ़ाने तथा युवा शक्ति को आसानी से उच्च शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए 10 ऐसी तहसीलों में सरकारी कॉलेज शुरू किए हैं, जहां एक भी कॉलेज नहीं हैं। 
मुख्यमंत्री ने वनबंधु क्षेत्र में शुरू हुए नवीन कला महाविद्यालय का ‘देवमोगरा सरकारी विनियन कॉलेज’ नामकरण किया। उन्होंने कहा कि आदिवासी युवाओं की शिक्षा एवं रोजगार पर सरकार ने विशेष ध्यान दिया है। वनबंधु तहसीलों में विज्ञान संकाय के स्कूल, पांच आदिवासी बहुल जिलों में निजी सार्वजनिक साझेदारी यानी पीपीपी मॉडल के तहत मेडिकल कॉलेज तथा आदिवासी युवाओं को पायलट बनने की तालीम उपलब्ध कराने जैसी समयानुकूल सुविधाएं सरकार ने दी है। श्री पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा लाई गई नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के आधार पर अब शिक्षा के साथ संस्कृति और देश की धरोहर भी जुड़ेगी और नए क्षितिज खुलेंगे। 
शिक्षा मंत्री जीतूभाई वाघाणी ने इस नए कॉलेज भवन को ज्यादा से ज्यादा पौध रोपण के माध्यम से हरियाला भवन बनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व वाली यह सरकार युवा शक्ति के कौशल को बाहर लाकर उसे निखारने के लिए उपयुक्त मंच प्रदान करने के संकल्प के साथ कार्यरत है। शिक्षा मंत्री ने युवा शक्ति के सामर्थ्य को प्रदर्शित करने के लिए स्टार्टअप एवं नवाचार के अवसर इंजीनियरिंग संकाय के अलावा अन्य विषयों के लिए भी उपलब्ध कराने की मंशा व्यक्त की। श्री वाघाणी ने आगे कहा कि हम वोट नहीं बल्कि सेवा की राजनीति को समर्पित हैं और इसलिए ही शिक्षा एवं स्वास्थ्य सहित व्यापक विकास के लिए पूरी संवेदना से कर्तव्यरत हैं। इस अवसर पर विधायक सुनीलभाई, तापी जिला पंचायत अध्यक्ष परेशभाई वसावा, आदिजाति विकास निगम के निदेशक सहित कई अग्रणी, जिला प्रशासन के अधिकारी, पदाधिकारी, युवा विद्यार्थी एवं कॉलेज परिवार उपस्थित था। 
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