
सूरत मनपा द्वारा स्वास्थ केन्द्रो पर पीएसए ऑक्सीजन प्लान्ट का शुभारंभ
By Loktej
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शहर में ऑक्सीजन की कमी को दुर करने और स्वनिर्भर होने के लिए महानगरपालिका ने पीएसए ऑक्सीजन प्लान्ट कार्यरत किए।
विकास दिवस के अवसर पर भाठेना, कोसाड और स्मीमेर में पीएसए प्लान्ट का लोकार्पण
सूरत। राज्य सरकार के पांच वर्ष की समाप्ती के अवसर पर शनिवार को सूरत शहर में विकास दिवस आयोजित किया गया जिसके अंतर्गत लिंबायत के भाठेना, कतारगाम के कोसाड स्वास्थ केन्द्र तथा स्मीमेर अस्पताल में मुख्यमंत्री विजयभाई रूपाणी के हाथो पीएसए ( प्रेशर स्वींग एड्रोसोर्पशन) ऑक्सीजन प्लान्ट का लोकार्पण तथा कोरोना वोरियर्स का सम्मान कार्यक्रम आयोजित हुआ।
भाठेना शहरी स्वास्थ केन्द्र में आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान स्वागत प्रवचन देते हुए मनपा आयुक्त बंछानिधि पानी ने कहा की आज विकास के साथ साथ स्वास्थ सेवा का समन्वय हुआ है। वैश्विक महामारी के कठीन समय में रात दिन लगातार लोगों की सेवा करनेवाले कोरना वोरियर्स का सम्मान किया गया। भाठेना तथा कोसाड शहरी स्वास्थ केन्द्र में कलरटेक्ष के सहयोग से 18 लाख की लागत पर तथा टोरन्ट पावर के सहयोग से स्मीमेर अस्पताल में डीआरडीओ द्वारा 2 मेट्रीक टन क्षमता का पीएसए प्लान्ट का शुभारंभ होने जा रहा है। कोरोना की दुसरी लहर के कठीन समय में ऑक्सीजन का उपयोग अधिक बढ गया था। हजीरा के उधोगीक इकाईयों में ऑक्सजीन की व्यवस्था करके सूरत शहर के साथ अन्य राज्य में भी ऑक्सीजन की आयोजन पूर्वक वितरण व्यवस्था की गयी थी। इस दौरान हवा में रहनेवाले ऑक्सीनज को प्रोसेस करके पीएसए प्लान्ट द्वारा 93 से 96 प्रतिशत शुध्द ऑक्सीजन जनरेट किया जाता है। सामान्य रूप से हवा में ऑक्सिजन का प्रमाण 21 प्रतिशत होता है। भाठेना और कोसाड स्वास्थ केन्द्र में 500-500 मेट्रीक टन क्षमता के यानी प्रति प्लान्ट में एक दिन में 34 ऑक्सिजन सिलिन्डर जितना ऑक्सिजन जनरेट होगा। हवा से प्राप्त किया हुआ ऑक्सजीन स्वास्थ केन्द्र में जरूरत के समय मरीजों को ऑक्सीजन आपूर्ति में मददगार साबित होगे और मेडीकल ऑक्सीजन की निर्भरत कम होगी।
इस कार्यक्रम में महापौर हेमालीबेन बोघावाला ने कहा की राज्य सरकार के पांच साल पुर्ण होने पर सूरत में 1 से 9 अगस्त तक विभिन्न सेवाकिय कार्यक्रमों के माध्यम से सेवायज्ञ किया जा रहा है। सूरत शहर ने पुर, प्लेग जैसी कई मुसिबतों का सामना किया है। सूरत महानगरपालिका के पदाधिकारी, अधिकारी, कर्मचारी और शहरवासी कंधे से कंधा मिलाकर वैश्विक महामारी कोरोना का सामना किया। शहर में कोरोना का रिकवरी रेट बहुत ज्यादा है जो कोरोना वोरियर्स और शहरवासीयों के सहयोग का परिणाम है। इस कार्यक्रम में 109 कोरोना योध्दाओं का सम्मान किया गया।
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