सूरतः नई सिविल के बायोकेमेस्ट्री विभाग का सराहनीय कार्य, दो महीने में 3.50 लाख रिपोर्ट किया

सूरतः  नई सिविल के बायोकेमेस्ट्री विभाग का सराहनीय कार्य, दो महीने में 3.50 लाख रिपोर्ट किया

रिपोर्ट तैयार होने के 10 सेकंड के भीतर, डॉक्टर टेलीग्राम चैनल का उपयोग करके इसे अपने मोबाइल पर देख सकते हैं

कोरोना संक्रमण के बीच सिविल अस्पताल की पूरी व्यवस्था दिन-रात काम कर मरीजों की सेवा में अविरत सेवा यज्ञ कर रही है। नई सिविल अस्पताल में प्रवेश करने वाले कोरोना रोगियों के साथ-साथ अन्य रोगियों के उपचार के लिए भी कई टेस्ट की आवश्यकता होती है। उसी समय, सिविल का  जैव रसायन विभाग सिविल में उपचार ले रगे हजारों मरीजों के अनेकों प्रकार के 100 से लेकर 120 प्रकार टेस्ट  करने के लिए दिन-रात काम कर रहा है।
बायोकैमिस्ट्री विभाग के एसो. प्रोफेसर डॉ. पीयूष टेलर के अनुसार सिविल का बायोकेमिस्ट्री डिपार्टमेंट मरीज के  सीआरपी, आईएल-इंटरल्यूकिन -2, लीवर, किडनी, पित्ताशय, कैंसर, अग्न्याशय, गर्भावस्था से संबंधित 100 से 120 विभिन्न प्रकार के परीक्षण करता है। यहां पांच आधुनिक मशीनें उपलब्ध हैं, जो शहर के बड़े लेबोरेटरी के अलावा किसी भी अन्य प्रयोगशाला में बहुत कम देखी जाती हैं। सिविल में उपचार प्राप्त करने वाले 800 से अधिक रोगियों पर प्रतिदिन 4500 से 5,000 विभिन्न प्रकार के टेस्ट किए जाते हैं। एक निजी प्रयोगशाला में पीसीटी, फेरिटिन जैसी रिपोर्ट 1400 रुपये में की जाती है, जो रोगियों को मुफ्त में दी जाती है।
 मार्च और अप्रैल के महीनों के दौरान अनुमानित 3.50 लाख रिपोर्ट किए गए थे। ड्यूटी पर 41 स्टाफ सदस्य हैं, जिनमें एक हेड, 9 डॉक्टर, 18 तकनीशियन और 13 नौकर शामिल हैं। इस विभाग में 13 सर्वेन्ट सिविल कैम्पस में स्थित तीन कोविड अस्पतालों में  पीपीई किट पहनकर सुबह-शाम दो बार मरीजों के  सेम्पल एकत्रित करने का कार्य कर रहे हैं। साथ ही  तीन से चार घंटे में एक मरीज की रिपोर्ट तैयार करके  मरीज के डॉक्टर तक पहुंचाई जाती है। महत्वपूर्ण बात यह है कि लैब में तैयार होते रिपोर्ट डॉक्टर अपने मोबाइल पर देख सकते हैं। इसके लिए  एक टेलीग्राम चैनल स्थापित किया गया है। मरीज का इलाज करने वाले डॉक्टर रिपोर्ट तैयार होने के 10 सेकंड के भीतर अपने मोबाइल पर रिपोर्ट देख सकते हैं। जैव रसायन विभाग के प्रमुख डॉ. शैलेश पटेल द्वारा विकसित सॉफ्टवेयर की मदद से मरीज की रिपोर्ट डॉ. एमआरडी को सौंपी जा सकती है, जिसे आसानी से नंबर दर्ज करके देख सकते हैं। इस ऑपरेशन में बायोकेमिस्ट्री डिपार्टमेंट चौबीसों घंटे काम करके सही मायने में कोरोना वॉरियर्स का काम कर रहा है। डॉ. सरिता पटेल, तकनीकी विरेश पटेल, किशोर वाघाणी,  निहारिका, रमेशभाई पटेल, संदीप गोयल, अनिल जादव, वजीरभाई और रसायन विभाग के अन्य कर्मचारी अपने कर्तव्यों का पालन कर रहे हैं।
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