सूरत के सिविल और स्मीमेर अस्मेंपताल में कोरोना के 67 गंभीर रोगियों को भर्ती किया

सूरत के सिविल और स्मीमेर अस्मेंपताल में कोरोना के  67 गंभीर रोगियों को भर्ती किया

सूरत के सरकारी सिविल और स्मीमेर अस्पताल में ऑक्सिजन की कटौती के कारण कोरोना के गंभीर मरीजों को ही भर्ती किया जा रहा है, तीन दिनों तक बंद रही ओपीडी शुरू हुई।

ऑक्सिजन की कटौती जारी, ओपीडी चिकित्सा शुरू मगर मुख्य गेट अभी भी बंद
सूरत शहर में कोरोना संक्रमण बढने पर और ऑक्सिजन की आपूर्ति कम होने से मजबुरन सरकारी सिविल अस्पताल और स्मीमेर अस्पातल के मुख्य गेट बंद करने की नौबत आयी थी। सरकारी और निजि अस्पतालों के लिए शुक्रवार को भी ऑक्सिजन की कटौती जारी रहने से कोरोना मरीजों की हालत बिगडी है। 108 में आने वाले गंभीर 67 मरीजों को राज्य के कंट्रेलरूम के साथ संकलन करके सिविल और स्मीमेर में भर्ती किया गया।  
सूरत की वर्तमान कोरोना परिस्थिति के बारे में जानकारी देते हुए ‌कोरोना स्पेशियल ऑफिसर ‌मिलिंद तोरवणे ने कहा की 108 में सिविल और स्मीमेर अस्पताल में आने वाले गंभीर मरीजों को शुक्रवार को भर्ती किया गया। इन दोनों अस्पतालों में जैसे जैसे मरीज डिस्चार्ज हो रहे या उन्हे निजि अस्पताल एवं कोविड केर आईसोलेशन सेन्टर में शिफ्ट करने से बेड खाली हो रहे है वेसे नए मरीजों को भर्ती किया जा रहा है। 
शुक्रवार को सिविल अस्पताल में ओपीडी सेवा शुरू हुई जिसमें 62 मरीजों को चिकित्सा दी गई। कोरोना के 33 गंभीर मरीजों को सिविल के कोविड वोर्ड में भर्ती किया गया। स्मीमेर अस्पताल में 53 मरीजों को ओपीडी चिकित्सा दी गई और कोरोना के 34 मरीजों को भर्ती किया गया। सिविल और स्मीमेर अस्पताल में जितनी ऑक्सिजन की जरूत है उसके सामने कम मात्रा में आपूर्ति की जा रही है। इस लिए सिविल और स्मीमेर अस्पातल में बेड होने के बावजुद ऑक्सिजन के अभाव से उन्हे भर्ती करने में दिक्कत आ रही है। शुक्रवार को भी सूरत के सरकारी और निजि अस्पताल में ऑक्सिजन की किल्लत जारी रही। 108 एम्ब्लुलेन्स के माध्यम से आनेवाले गंभीर मरीजों की स्थिति के अनुसार उन्हे सिविल और स्मीमेर अस्पताल में भर्ती किया जा रहा है। अन्य मरीजों को जरूरत के अनूसार सरकारी कोटे के निजि अस्पताल या कोविड केर सेन्टर में शिफ्ट किया जा रहा है। अगर ऑक्सिजन आपूर्ति होती है तो सरकारी और निजि अस्पताल में मरीजों की आसानी से भर्ती हो पायेगी। 
Tags: