सूरत : घर का एकमात्र कमाऊ पुत्र कोरोना से चल बसा, तो आघात से पिता की भी सांसें थम गईं!

सूरत : घर का एकमात्र कमाऊ पुत्र कोरोना से चल बसा, तो आघात से पिता की भी सांसें थम गईं!

कामरेज के ब्राम्हण परिवार पर टूटा परिवार, पिता की मृत्यु के बाद माता की हालत भी हुई गंभीर

कोरोना का कहर सूरत में बेकाबू होते जा रहा है। कोरोना के कारण लॉकडाउन जैसी परिस्थिति बनते जा रही है। सप्ताह के अंत में लोग स्वैच्छिक तौर से बंद कर रहे हैं। कोरोनावायरस के कारण कई लोगों की जान जा चुकी है। ऐसे में एक बहुत ही दर्दनाक घटना सामने आई है। 
कामरेज पर ननसाड गांव में रहने वाले एक ब्राह्मण परिवार में घर का एक ही कमाने वाला सदस्य कोरोना की भेंट चढ गया। इस परिवार पर आफत का पहाड़ टूट पड़ा है। मिली जानकारी के अनुसार सिविल हॉस्पिटल में दाखिल मूल तौर से सौराष्ट्र के धानागांव के कर्मकांडी ब्राह्मण कार्तिक भाई शशिकांत भाई जोशी जो कि सिर्फ 29 साल के थे उन्हें कोरोना के कारण सिविल हॉस्पिटल में दाखिल किया गया। उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई।
यह जानकारी सुनते ही उनके 60 साल के पिता शशिकांत भाई जोशी भी चल बसे। 29 वर्षीय कार्तिक भाई इस परिवार में कमाने वाले थे। अब उनके घर में दो महिलाएं और 4 साल का एक बेटा बचा है। कार्तिक भाई की मम्मी मधुबन ह्रदय रोग की मरीज है उनके उपचार में बहुत खर्च होता है। जबकि कार्तिक भाई की पत्नी कोमल बेन ज्यादा पढ़े-लिखी नहीं है वह किराए के मकान में रहती है। कार्तिक भाई की माता मधुबन का की तबीयत खराब होने के कारण उन्हें अस्पताल में दाखिल किया गया है।