परिवार के साथ सूरत से मुज़फ्फरपुर जा रहे श्रमिक की कोरोना से ट्रेन में ही मौत!

परिवार के साथ सूरत से मुज़फ्फरपुर जा रहे श्रमिक की कोरोना से ट्रेन में ही मौत!

मृतक का कोरोना रिपोर्ट था पॉज़िटिव पर रेलवे अधिकारियों को नहीं चला पता

राज्यभर में कोरोना की दूसरी लहर ने आतंक मचा कर रखा है। प्रतिदिन संक्रमित आने वालों की संख्या बढती ही जा रही हैं। विभिन्न राज्यों की सरकारों ने एक राज्य से दुसरे राज्य में आने के लिए कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य कर दिया है। लोगों की कोरोना जाँच के बाद ही उन्हें ट्रेन या प्लेन में बैठने दिया जा रहा है। ऐसे में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। दरअसल एक 30 वर्षीय व्यक्ति की शुक्रवार को अहमदाबाद-बरौनी सुपर-फास्ट एक्सप्रेस में कोविड के कारण मौत हो गई। इस बारे में रेलवे अधिकारियों का कहना है कि वे यात्री की कोविड की स्थिति से अवगत नहीं थे।
मुजफ्फरपुर स्टेशन हाउस के राजकीय रेलवे पुलिस ऑफिसर दिनेश कुमार साहू ने बताया कि मृतक राजेश कुमार चौधरी अपनी पत्नी छाया देवी और दो बच्चों के साथ अहमदाबाद से ट्रेन में सवार हुए थे। उनकी हालत बिगड़ने के बाद दानापुर रेलवे स्टेशन पर उनका इलाज किया गया। हालांकि उनकी पत्नी के पास उनके कोविड -19 परीक्षण रिपोर्ट थी जिसमें उनके संक्रमित होने का विवरण था।
इस मामले में मृतक कुमार की पत्नी ने कहा कि 5 अप्रैल को सूरत में कोविड -19 की जाँच करने पर वो संक्रमित पाए गये। सूरत के डॉक्टरों ने उन्हें अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दी। लेकिन उन्होंने घर लौटने का फैसला किया। कुमार बिहार के शेवहर के नरवारा के रहने वाले थे और सूरत में एक निजी कंपनी के लिए काम करते थे।
इतनी बड़ी लापरवाही सामने आने के बाद रेलवे अधिकारियों ने कहा कि वे इस बात से अवगत नहीं थे कि मृतक कोरोना सकारात्मक पाए गये थे। राजेश कुमार चौधरी सूरत से मुज़फ़्फ़रपुर जा रहे थे और पटना के पास ट्रेन में उनका निधन हो गया।