सूरत : 18 साल से ऊपर वालों का हो टीकाकरण तभी रूकेगा श्रमिकों का पलायन, उद्यमियों की मांग

सूरत : 18 साल से ऊपर वालों का हो टीकाकरण तभी रूकेगा श्रमिकों का पलायन, उद्यमियों की मांग

भय से लोग कर रहे है पलायन, मात्र एक शिफ्ट में हो रहा है काम

सूरत में कोरोना के मामले बढ़ने के कारण केंद्र सरकार की ओर से 12 सदस्यों की टीम सूरत की परिस्थिति का जायजा लेकर रिपोर्ट तैयार करने के लिए भेजी गई है । केन्द्रीय सदस्यों की इस टीम ने पांडेसरा में कपड़ा मिलों की विजिट की थी। कपड़ा उद्यमियों ने उनके समक्ष गुहार लगाई कि 18 वर्ष से अधिक उम्र वाले सभी लोगों को कोरोनावायरस का इन्जेक्शन दिया जाए। 
इन दिनो मनपा की ओर से  जारी की गई गाइडलाइन के अनुसार शहर में 45 वर्ष से अधिक लोगों को वैक्सीन दिया जा रहा है। इसके चलते श्रमिकों में भय है कि जो लोग 45 वर्ष से कम है उन्हें संक्रमण लग सकता है। इसलिए वह वतन पलायन कर रहे हैं। इसलिए सभी को कोरोनावायरस इन्जेक्शन दिया जाए। गुरूवार को केंद्रीय टीम ने पांडेसरा में कपड़ा यूनिट की विजिट की थी और श्रमिकों के रहने और काम करने की प्रणाली के बारे में जाना था। 
कपड़ा उद्यमी संजय सरावगी ने इस बारे में उनके समक्ष गुहार लगाई थी। उन्होंने कहा कि टेक्सटाइल के हर सेक्टर में अलग-अलग उम्र के लोग काम करते हैं। इसके अलावा एक ही रूम में एक साथ कई लोग रहते हैं ऐसे में संक्रमण का भय अधिक रहता है। विवर्स अग्रणी मयूर गोलवाला और रसिक कोटडिया ने बताया कि  कोरोना के चलते श्रमिको में भय फैल गया है। बीते कुछ दिनों से श्रमिक गांव की ओर रुख करने लगे हैं। इसलिए कपड़ा कारखानों में एक शिफ्ट में काम चलाने की परिस्थिति बनी है।