सूरत : जमीन धंसने के मामले में चार श्रमिकों की मौत के बाद डेवलपर-आर्किटेक्ट के लायसंस रद्द

सूरत : जमीन धंसने के मामले में चार श्रमिकों की मौत के बाद डेवलपर-आर्किटेक्ट के लायसंस रद्द

मेयर सहित सभी बड़े पदाधिकारी पहुंचे घटनास्थल पर, घटना की पूरी जांच का मेयर ने दिया भरोसा

सूरत के वराछा क्षेत्र में भवन सिल्वासा पैराडाइज बिल्डिंग निर्माणाधीन था। सोमवार दोपहर को जब काम चल रहा तो अचानक भूमिगत पार्किंग की दीवार ढह गई। इस कारण वहां पर 20 फीट नीचे काम कर रहे छह मजदूर दब गए। घटना की सूचना मिलते ही मनपा अग्निशमन विभाग के डिप्टी कमिश्नर एनवी उपाध्याय सहित वरिष्ठ अग्निशमन अधिकारियों का काफिला घटनास्थल की ओर रवाना हो गया। दमकलकर्मियों के पहुंचने से पहले लोगों ने एक मजदुर को बचा लिया। घायल मजदुर को इलाज के लिए स्मीमेर ले जाया गया। अन्य पांचों को बाहर निकाला गया लेकिन पांच श्रमिकों में से चार की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि एक अन्य को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
आपको बता दें कि स्थल पर गीली मिट्टी और सूखी मिट्टी दोनों होने के कारण बचाव दल में बचाव कार्य में कठिनाइयाँ हो रही थीं। भारी संघर्ष के बीच अग्निशमन कर्मियों ने जमीन के नीचे फंसे पांच मजदूरों को बाहर निकाला। हालांकि, घटना में पांच में से चार श्रमिक मारे गए थे। जबकि एक अन्य को घायल अवस्था में इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। जब तक दमकलकर्मी घटनास्थल पर पहुंचे तब तक लोगों ने एक मजदुर को बाहर निकालकर उसे इलाज के लिए अस्पताल भेज दिया था।
मेयर सहित अन्य बड़े अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे
4 श्रमिकों की मौत की गंभीर घटना के बाद शहर की मेयर हेमाली बोघावाला, डिप्टी मेयर, स्थायी समिति के अध्यक्ष, सत्तारूढ़ पार्टी के नेता और विपक्षी नेता घटनास्थल पर पहुंच गए। इस प्रकार आम आदमी पार्टी के नेता विपक्ष ने मेयर के उदासीन रवैये की आलोचना की। मेयर ने कहा कि पूरी घटना की जांच की जाएगी। साथ ही दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। मेयर ने आगे कहा कि घटना में पीड़ित परिवारों की मदद के लिए क्या किया जा सकता है इस दिशा में काम करने के अलावा मेयर ने निर्माण स्थल की पूरी जानकारी मांगी गई है।
कांग्रेस विधायक ने सरकार पर बोला हमला
विधानसभा में, कांग्रेस विधायक वीरजी थुम्मर ने कहा कि राज्य में गलत मंजूरी के साथ भवन निर्माण के लिए कई घोटाले चल रहे हैं। चाहे वह अहमदाबाद का केडी अस्पताल हो या सूरत में चल रहे निर्माण कार्य। वर्तमान में अवैध भूमि पर घरों का निर्माण चल रहा है और अतीत में भी ऐसा हुआ है। सूरत में ट्यूशन क्लासेज की त्रासदी में कई बच्चों ने अपनी जान गंवाई है। यह सरकार ऐसी सरकार बन गई है जो नए नारे लगाकर लोगों को आकर्षित करती है।
डेवलपर-आर्किटेक्ट के लायसंस हुए रद्द
इस मामले पर नगर आयुक्त वंछानिधि पानी ने तत्काल कार्रवाई की और साइट के डेवलपर मनीष कोटडिया और वास्तुकार निकुंज लजेरा के लाइसेंस निलंबित कर दिए। हालाँकि ठेकेदार भाग गया था। ऐसे में अब सवाल यह है कि भले ही नगरपालिका ने कार्रवाई की है मगर मरे गये 4 लोगों की मौत के लिए कौन जिम्मेदार है? देर रात तक इस मामले में कोई पुलिस शिकायत दर्ज नहीं की गई। आपको बता दें कि घटना में मरे गये मृतक बिहार के पूर्णिया जिले के हैं।
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