अहमदाबाद : साल-दर-साल कम हो रही हैं एमबीए-एमसीए करने वाले छात्रों की संख्या

अहमदाबाद : साल-दर-साल कम हो रही हैं एमबीए-एमसीए करने वाले छात्रों की संख्या

इस साल 18 हजार से ज्यादा सीट के मुकाबले सिर्फ 5400 पंजीकृत छात्र

एक समय छात्रों के बीच एमबीए-एमसीए का बहुत क्रेज़ था जो अब साल दर साल घट रहा है। हर साल इस कोर्स में कम हो रहे छात्र-छात्राओं की संख्या इसका प्रमाण है। इस साल की बात करें तो 18 हजार से ज्यादा सीट के मुकाबले सिर्फ 5400 पंजीकृत छात्र हैं। हालांकि, दूसरी तरफ कॉलेजों ने ऑनलाइन सेंट्रलाइज्ड एडमिशन के तहत प्रोविजनल मेरिट लिस्ट की घोषणा कर दी है। एमबीए - एमसीए की प्रक्रिया जिसमें 5441 छात्रों को मेरिट सूची में शामिल किया गया है और 46 छात्रों को अयोग्य घोषित किया गया है। पिछले साल की प्रवेश समिति के अनुसार, 125 कॉलेजों में एमबीए की 12945 सीटें हैं, जबकि 9 सरकारी कॉलेजों में 531 सीटें और 116 निजी कॉलेजों में 12414 सीटें हैं। जबकि छह कॉलेजों ने शुल्क और संबद्धता (फी और एफिलेशन) के लिए आवेदन किया था। इस गुणा गणित के हिसाब से इस साल इन कॉलेजों की 445 सीटें जोड़ी जाएंगी और गुजरात टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी के अपने दो MBA कोर्स हैं, जिनमें 120 सीटें हैं। इस प्रकार कुल 138 कॉलेज हैं, जिनमें कुल 13600 सीटें हैं। एमसीए में पिछले साल तक 9 सरकारी अनुदान प्राप्त कॉलेज हैं जिनमें 391 सीटें हैं।  51 निजी कॉलेज हैं और उनमें 5610 सीटें हैं। इस प्रकार 6 हजार से अधिक सीटें थीं। जबकि इस साल चार कॉलेजों ने फीस के लिए एफआरसी और संबद्धता के लिए जीटीयू के लिए आवेदन किया है। मंजूरी मिलने पर 240 सीटों में वृद्धि होगी।  इस तरह एमसीए के पास 6240 सीटें हैं। इसके अलावा करीब 300 और सीटें बढ़ने की संभावना है। एसीपीसी (प्रवेश समिति के माध्यम से) 10वीं की अंतिम कॉलेज सूची और सीटों की घोषणा करेगा, लेकिन इस वर्ष अनुमानित 20 हजार सीटों के मुकाबले मुश्किल से अनंतिम 5400 छात्र हैं। पंजीयन की अवधि बढ़ाये जाने के बाद भी कुल 5487 छात्र-छात्राओं का पंजीयन किया गया जिसमें से 46 विद्यार्थी विभिन्न कारणों से मेरिट से बाहर हो गये है। 5441 विद्यार्थियों को मेरिट में शामिल कर लिया गया है।
 नए प्रवेश कार्यक्रम के अनुसार मॉक राउंड के तहत 17वीं से प्रैक्टिस चॉइस फिलिंग शुरू होगी, जो 21 तारीख तक चलेगी। मॉक राउंड सीट आवंटन 23 तारीख को घोषित किया जाएगा, फिर 24 को फाइनल मेरिट घोषित किया जाएगा और पहले राउंड के लिए फाइनल च्वाइस फिलिंग की जाएगी। 25 से शुरू कॉलेजों को गैर-सेमेट छात्रों के साथ एक वर्ष में दो राउंड के बाद रिक्त सीटों को भरने की अनुमति दी जाएगी और पिछले साल की तरह पांच हजार से अधिक सीटें गैर-सेमैट छात्रों से भरे जाने की संभावना है।