गुजरात : सुझाव आया है कि ऊर्जा की बचत के लिये मध्य रात्रि से तड़के तक मुख्य सड़कों की स्ट्रीट लाइट बंद रखनी चाहिये!

गुजरात : सुझाव आया है कि ऊर्जा की बचत के लिये मध्य रात्रि से तड़के तक मुख्य सड़कों की स्ट्रीट लाइट बंद रखनी चाहिये!

गांधीनगर में आयोजित प्राकृतिक कृषि सम्मेलन में राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने प्रस्तुत किया अपना विचार

गांधीनगर में आयोजित प्राकृतिक कृषि सम्मेलन में राज्यपाल आचार्य देवव्रत, मुख्यमंत्री पटेल सहित प्रमुख लोगों ने भाग लिया। इस मौके पर राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने लोगों को बिजली बचाने और पर्यावरण की रक्षा करने के सुझाव दिए। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि चूंकि रात के 12 बजे से लेकर सुबह तड़के तक मुख्य सड़कों पर लोगों का आना-जाना न के बराबर रहता है, ऐसे में बत्तियां बुझाकर बिजली की बचत की जा सकती है। साथ ही पूनम की रात में उजाला अधिक होता है, इसलिए मुख्य सड़कों की लाइटें बंद रखनी चाहिए और पर्यावरण की रक्षा के लिए आगे आना चाहिए। इतना ही नहीं, प्रत्येक नागरिक से व्यक्तिगत बिजली की खपत को कम करने का भी अनुरोध किया गया था।
इस सम्मेलन मेंव्यर्थ बिजली बचाने का सुझाव देते हुए राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कहा कि कार्यालय में प्रवेश करते समय ही लाइट, पंखे और एसी को चालू करना चाहिए और कार्यालय से बाहर निकलते ही बंद कर देना चाहिए। उस दिशा में सभी को संकल्प लेना चाहिए। इस रेजोल्यूशन से बचाई गई बिजली को फैक्ट्री में इस्तेमाल किया जा सकता है। या कोई किसान के खेत में पहुंचेगा, जिससे बहुत फायदा होगा।उन्होंने आगे कहा कि मैं राजभवन में इस नियम का पालन करता हूं। राज्यपाल के रूप में मेरे तीन साल के कार्यकाल में यह निष्कर्ष निकला है कि राजभवन का बिजली बिल 50 प्रतिशत तक कम हो गया है। आचार्य देवव्रत ने कहा कि पनम ने हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल के रूप में मेरी सेवा के दौरान इस प्रणाली को पहले अपनाया था।
साथ ही पेट्रोल-डीजल बचाने के लिए उन्होंने कहा कि मेरे कार में बैठने के बाद ही कार का इंजन और एसी चालू होता है। कार में बैठने से पहले गाड़ी और एसी चालू करने की आदत को रोकना होगा क्योंकि ईंधन खराब हो जाता है। इतना कहकर सभी से अनुरोध किया कि इस तरह की छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखें।
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