गुजरात : इस कोर्स के बाद छात्रों के लिए घर बैठे मिलेंगे अनेक अवसर, जानें एमएसडब्ल्यू कोर्स के बारे में

गुजरात : इस कोर्स के बाद छात्रों के लिए घर बैठे मिलेंगे अनेक अवसर, जानें एमएसडब्ल्यू कोर्स के बारे में

इस पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स के बाद छात्रों को बड़े प्रतिष्ठित सामाजिक संस्थानों में नौकरी भी मिल जाती है

जून का महीना आने के साथ ही हर स्कूल-कॉलेज में नया शैक्षणिक सत्र शुरू करने की तैयारियां होने लगती है। इसलिए उच्च अध्ययन के अधिकांश पाठ्यक्रम में  भी फार्म भरने की शुरुआत होने लगते हैं। वहीं उद्योग क्षेत्र में अनेकों प्रगति करने तथा कच्छ में उच्छ शिक्षा के बाद तत्काल नौकरी मिले इस प्रकार का मास्टर ऑफ सोशल वर्क का कोर्ष कच्छ विश्वविद्यालय (क्रांतिगुरु श्यामजी कृष्ण वर्मा कच्छ विश्वविद्यालय) में  चल रहा है।
कच्छ में 2001 के भयानक भूकंप  के बाद, उद्योगों को कर राहत देने वाली बड़ी कंपनियों ने कच्छ को कर्मभूमि बना लिया है। ऐसे में रण प्रदेश विशाल कच्छ जिले में स्थानीय रोजगार (कच्छ में रोजगार) के अवसर भी बढ़े हैं। यहां विभिन्न उद्योगों की स्थापना करने वाले स्थानीय लोगों के लिए उपलब्ध नौकरियों में विविधता पैदा हुई थी, लेकिन कच्छ विश्वविद्यालय की स्थापना के बाद छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए घर बैठे डिग्री मिल रही है और फिर कच्छ में नौकरी भी मिल रही है।
कच्छ विश्वविद्यालय में मास्टर ऑफ सोशल वर्क (MSW) एक स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम है, जिसमें छात्रों को सामाजिक कार्य के बारे में पढ़ाया जाता है। यह दो वर्षीय स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम पहले कच्छ विश्वविद्यालय के साथ-साथ इंद्रप्रस्थ, जे.के. पटेल और एस.आर.के. संस्थान में भी उपलब्ध था लेकिन वर्तमान में केवल विश्वविद्यालय में ही उपलब्ध है।
यह पाठ्यक्रम सामाजिक संगठनों और कल्याणकारी सेवाओं का प्रशासन, मानव संसाधन विकास और प्रशासन, सतत सामाजिक विकास, पर्यावरण और जीवश्रृष्टि (पारिस्थितिक तंत्र) की सुरक्षा के साथ-साथ स्वास्थ्य सेवाओं में वृद्धि से संबंधित है। इस पाठ्यक्रम के लिए विश्वविद्यालय को जर्मनी की म्यूनस्टर यूनिवर्सिटी तथा सह जीवन संस्था के साथ शैक्षणिक सहयोग प्राप्त है।  मनरेगा योजना के सामाजिक अंकेक्षण एवं शिक्षा की वार्षिक स्थिति रिपोर्ट तैयार करने के अलावा केन्द्रीय कारागारों में औपचारिक एवं अनौपचारिक सुधारात्मक सेवाएं प्रदान करने के लिए भी विद्यार्थियों द्वारा तैयारी कराई जा रही है।
गौरतलब है कि इस पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स के बाद छात्रों को बड़े प्रतिष्ठित सामाजिक संस्थानों में नौकरी भी मिल जाती है। बड़ी संख्या में उद्योग वाले  कच्छ में भी समाज कल्याण समिति में में ऐसे स्नातकोत्तर लोगों की आवश्यकता होती है। विश्वविद्यालय की वेबसाइट के अनुसार, विश्वविद्यालय जल्द ही शैक्षणिक वर्ष 2022-23 के लिए इस पाठ्यक्रम के लिए फॉर्म भरवाना शुरू कर देगा।
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