कच्छ के डाक विभाग का अनोखा प्रयोग, ड्रोन के सहारे भेजा पार्सल

कच्छ के डाक विभाग का अनोखा प्रयोग, ड्रोन के सहारे भेजा पार्सल

ड्रोन के सहारे 2 किलो का पार्सल महज 75 मिनट में 47 किमी दूर पहुंच गया

आप के समय ड्रोन बहु-उपयोगी साधन साबित हुआ है. आज खाने के चीजों के साथ साथ ऑनलाइन सामान को ग्राहकों तक पहुँचाने के लिए ड्रोन का उपयोग हो रहा है. ड्रोन इन सबके अलावा ड्रोन जासूसी और सुरक्षा के लिए बहुत लाभदायक है पर अब ड्रोन एक और काम के लिए इस्तेमाल होने लगा है. दरअसल डाक विभाग द्वारा ड्रोन से डाक सेवा शुरू करने के लिए डाक सेवा का सर्वे किया गया था जिसमें भुज तालुका के हाबे से भचाऊ के नेर गांव को चुना गया और 2 किलो का पार्सल महज 75 मिनट में 47 किमी दूर पहुंच गया। परीक्षण के आधार पर सफल परीक्षण किया गया।
हबाय गांव से नेर तक 75 मिनट में ड्रोन के सहारे 47 किमी की दूरी को योजनाबद्ध तय की गई थी। ट्रायल बेस के सत्यापन के बाद सरकार की ओर से आधिकारिक जानकारी दी जाएगी और ड्रोन डाक सेवा शुरू की जाएगी। अब डाक विभाग की सेवाओं को तेज और बेहतर बनाने के लिए मंच तैयार किया गया है। ड्रोन द्वारा डाक पार्सल सेवा वितरण का परीक्षण आज कच्छ जिले सहित देश भर में तीन स्थानों पर किया गया। केंद्रीय संचार मंत्रालय के मार्गदर्शन में राजकोट के सहायक निदेशक और दिल्ली के चार सदस्यों-विशेषज्ञों की एक टीम ने आज ड्रोन परीक्षण किया। टीम लगभग 3 मिनट में ड्रोन पार्सल ले कर खुश हुई और सफलतापूर्वक नेर में सही जगह पर उतरी।
हालांकि यह केवल प्रायोगिक परीक्षण ही नहीं था बल्कि अनौपचारिक सूत्रों के अनुसार सफल प्रयोग के बाद भविष्य में कच्छ में भी ड्रोन के माध्यम से डाक विभाग के विभिन्न कार्यालयों के बीच आंतरिक आवाजाही पर विचार किया जा रहा है। कच्छ डाक विभाग को एक उन्नत ड्रोन आवंटित किया जा सकता है। मुख्यालय से दूर के क्षेत्रों में शाखाओं को पोस्ट करने के लिए ड्रोन बैग सहित वस्तुओं को वितरित करने के लिए भी तैयार है।