गुजरात : विधानसभा चुनाव, एससी-एसटी समुदाय को आकर्षित करने के लिए बीजेपी ने शुरू की ये कवायद

गुजरात : विधानसभा चुनाव, एससी-एसटी समुदाय को आकर्षित करने के लिए बीजेपी ने शुरू की ये कवायद

गुजरात विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी एक्शन मोड में है

अनुसूचित जाति-जनजाति समुदाय के युवाओं को भाजपा के लिए लामबंद करने के लिए बैठक में हर माह छात्रावास विद्यालय का भ्रमण करने के निर्देश दिये गये हैं। साथ ही आरक्षण को लेकर चल रहे अफवाह के कारण पार्टी को नुकसान न हो इसके लिए पदाधिकारियों एवं एमसी-एसटी मोर्चा को सतर्क रहने के कहा गया है। 
गुजरात विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी एक्शन मोड में है। एक के बाद एक दिल्ली से नेता गुजरात का दौरा कर रहे हैं। भाजपा के राष्ट्रीय संगठन मंत्री बीएल संतोष गुजरात के 2 दिवसीय दौरे पर हैं। इस दौरे के दौरान एससी-एसटी  समुदाय पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। साथ ही कार्यकर्ताओं को समुदाय को ज्यादा से ज्यादा भाजपा से जोड़ने का लक्ष्य दिया गया है। उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पूर्व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दौरे के बाद गुजरात प्रभारी भुपेन्द्र यादव गुजरात का दौरा कर चुके हैं। इसके बाद अब राष्ट्रीय संगठन मंत्री बी.एल. संतोष गुजारत के दौरे पर हैं। एक के बाद एक नेता गुजरात का दौरा कर रहे हैं और गुजरात के राजनीतिक और सामाजिक हालात पर नजर रख रहे हैं और उसी के आधार पर चुनावी रणनीति पर काम करेंगे।
सूत्रों के मुताबिक बी. एल संतोष ने क्षेत्र के पदाधिकारियों को सुझाव दिया है, जिसमें उन्हें कुछ मुद्दों पर कार्रवाई करने का आदेश दिया गया है। संतोष ने नेताओं से कहा कि एससी और एसटी समुदाय के लोगों से कहा गया है कि वे भाजपा में अधिक से अधिक शामिल होने का प्रयास करें। चुनाव में 6 महीने शेष हैं, ऐसे में समाज की विभिन्न जातियों को भाजपा की विचारधारा से जोड़ने की कवायद शुरू करने का सुझाव दिया गया है। पता चला है कि बीजेपी के लिए कमजोर मानी जाने वाली सीट पर भी विपक्ष के बीच रहकर बीजेपी की विचारधारा को मजबूत करने का निर्देश दिया गया है।
अनुसूचित जाति-जनजाति समुदाय के युवाओं को भाजपा के लिए जोड़ने के लिए जिसमें छात्रावास विद्यालय का दौरा कर हर माह बैठक आयोजित करने का निर्देश दिया गया है। साथ ही आरक्षण को लेकर चल रहे अफवाहों के कारण पार्टी को नुकसान न हो इसके लिए पदाधिकारियों थथा एससी-एसटी मोर्चा के लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है। साथ ही आश्वस्त करने का भी सुझाव दिया गया है कि जब तक विरोध है तब तक आरक्षण नहीं हटाया जाएगा। साथ ही लोगों को यह बताने के लिए कहा भाजपा संविधान में किसी प्रकार का बदलाव नही करने वाली है। भाजपा ने संविधान के अनुच्छेद 370 के लिए ही शोध किया है। इसके अलावा संतोष ने साफ तौर पर कहा है कि जब तक एससी और एसटी के लोग मुख्य धारा में नहीं जुड़ जाते तक तब बीजेपी इस समुदाय तक  नहीं पहुंच सकती।
दूसरे शब्दों में कहें तो एससी और एसटी वोटर सालों से कांग्रेस से जुड़े हुए हैं, जिन्हें अब 182 सीटों का लक्ष्य हासिल करने के लिए बीजेपी में लाना होगा और इसीलिए बीजेपी अब एससी और एसटी पर फोकस कर रही है। समुदाय। साथ ही 2022 के चुनाव के दौरान इन सभी वोटों को बीजेपी के पक्ष में रखने की कोशिश की जा रही है। 
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