गुजरात : वडताल स्वामीनारायण संप्रदाय के नौतम स्वामी ने जानिए हार्दिक पटेल को किस पार्टी में शामिल हो जाने का सुझाव दिया?

गुजरात : वडताल स्वामीनारायण संप्रदाय के नौतम स्वामी ने जानिए हार्दिक पटेल को किस पार्टी में शामिल हो जाने का सुझाव दिया?

आज गुरुवार को गुजरात प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल के पिता की प्रथम पुण्यतिथि है। इस अवसर पर हार्दिक पटेल के वतन वीरमगाम में आयोजित धार्मिक कार्यक्रम में गुजरात कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व उपस्थित रहा। इस मौके पर संत समुदाय भी उपस्थित था। वड़ताल स्वामीनारायण संप्रदाय के संत गौतम स्वामी ने इस मौके पर एक बयान दिया है जिसको लेकर राजनीतिक हलकों में जोरदार अटकल बाजी होने लगी है।
गौतम स्वामी ने हार्दिक पटेल को सुझाव दिया है कि उन्हें हिंदूवादी पार्टी में शामिल हो जाना चाहिए। भारतीय और हिंदू संस्कृति को हार्दिक पटेल जैसे युवाओं की जरूरत है। जो हिंदू हित की बात करेगा वही देश पर राज करेगा। उन्होंने सांकेतिक रूप से कहा कि धारा 370 जिसने हटाई वही हिंदूवादी कहा जाएगा।
दूसरी ओर गुजरात प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी रघु शर्मा ने भी अपने बयान में कहा है कि हार्दिक पटेल हमारी पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष हैं। कांग्रेस आलाकमान राहुल गांधी और सोनिया गांधी की ओर से उन्हें श्रद्धांजलि संदेश भेजे गए हैं। हार्दिक पटेल हमारे कांग्रेस परिवार के अभिन्न अंग हैं। हार्दिक आने वाले समय में भी राहुल और प्रियंका गांधी के साथ मिलकर पार्टी को मजबूती देने का काम करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि राजनीति में नाराजगी का दौर आता-जाता रहता है।
अपने पिता की प्रथम पुण्यतिथि पर कांग्रेस के नेता हार्दिक पटेल अपने वतन वीरमगाम में धार्मिक विधियों में हिस्सा लेते हुए।
उधर पिता की पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम के बीच में मीडिया को हार्दिक पटेल ने भी संबोधित किया। उन्होंने कहा कि वे अपने माता-पिता की ओर से मिले संस्कार को बनाए रखने का पूरा प्रयास करेंगे। साधु संतों ने उन्हें आशीर्वाद दिया है इसके लिए भी उनके आभारी हैं। उन्होंने उनके कार्यक्रम में पहुंचे कांग्रेस पार्टी के अग्रणियों का भी अभिनंदन किया।
बता दें कि पिछले कुछ समय से हार्दिक पटेल कांग्रेस की प्रदेश इकाई से नाराज चल रहे हैं। वे मीडिया में आकर खुलकर अपनी नाराजगी भी जाहिर कर रहे हैं। उनके कहने का सूर यह है कि प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व ने उन्हें साइड लाइन किया हुआ है। प्रदेश का कार्यकारी अध्यक्ष बनाये जाने के बावजूद उनके पास कोई आधिकारिक काम या सत्ता नहीं है। कुछ लोग है जो चाहते हैं कि वे कांग्रेस पार्टी छोड़ दें। वे उन्हें हतोत्साहित करने का प्रयास कर रहे हैं। दूसरी ओर राजनीतिक हलकों में ऐसी भी हवा बह रही है कि यदि पाटीदार अग्रणी नरेश पटेल कांग्रेस पार्टी में शामिल हो जाते हैं तो हार्दिक पटेल भाजपा का रूख कर सकते हैं। देखना है गुजरात में आने वाले महीनों में विधानसभा चुनाव से पहले और क्या राजनीतिक उतार-चढ़ाव देखने को मिलते हैं?