गुजरात : हार्दिक पटेल के ट्वीट पर प्रदेश अध्यक्ष जगदीश ठाकोर की प्रतिक्रिया, ‘सार्वजनिक मंचों से नाराजगी भरा स्वर पार्टी को नुकसान करता है, इससे बचना चाहिये!’

गुजरात  : हार्दिक पटेल के ट्वीट पर प्रदेश अध्यक्ष जगदीश ठाकोर की प्रतिक्रिया, ‘सार्वजनिक मंचों से नाराजगी भरा स्वर पार्टी को नुकसान करता है, इससे बचना चाहिये!’

एक साक्षात्कार में हार्दिक ने कहा है कि कुछ नेता उसे पार्टी से निकालना चाहते हैं, उन्हें हतोत्साहित कर रहे हैं!

गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष और युवा नेता हार्दिक पटेल पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया और समाचार माध्यमों के द्वारा अपनी नाराजगी व्यक्त कर रहे हैं। उनका निशाना गुजरात प्रदेश के नेता और इकाई है। हाल ही में हार्दिक पटेल द्वारा किए गए एक ट्वीट के जवाब में गुजरात प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जगदीश ठाकोर ने भी मीडिया में आकर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की है।
जगदीश ठाकोर ने अपने बयान में कहा है की हार्दिक पटेल को ट्वीट करके पार्टी के अंदरूनी मामलों की चर्चा सार्वजनिक रूप से नहीं करनी चाहिए। ऐसा करने से पार्टी को नुकसान होता है। ठाकुर ने कहा कि जब-जब हार्दिक पटेल ऐसा कोई बयान दिया है, तब-तब उन्होंने उससे संपर्क करके बातचीत की है। पिछले सप्ताह भर से उनकी हार्दिक पटेल के साथ लगातार चर्चा हो रही है। यदि उन्हें किसी प्रकार की कोई शिकायत है तो पार्टी नेताओं के साथ मिल बैठकर उन्हें समाधान ढूंढना चाहिए। ठाकोर ने कहा कि हार्दिक पटेल के पिता की पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम की पूर्णाहुति के बाद वे चाहेंगे कि समय निकालकर हार्दिक अपने प्रश्नों का निराकरण कर लें।
आपको बता दें कि हार्दिक पटेल ने हाल ही में एक ट्वीट करते हुए कहा है कि मैं फिलहाल कांग्रेस में हूं। मैं आशा करता हूं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व सुनिश्चित करेगा कि वे आगे भी कांग्रेस पार्टी में बने रहें। कांग्रेस में कुछ लोग हैं जो चाहते हैं कि हार्दिक पार्टी छोड़ दे। वह मेरा मनोबल तोड़ना चाहते हैं।
हार्दिक पटेल ने न्यू इंडियन एक्सप्रेस को दिए अपने साक्षात्कार की प्रति भी ट्वीट के साथ जोड़ी। इस साक्षात्कार में हार्दिक पटेल का सूर यह था कि उन्हें कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व से कोई शिकायत नहीं है। लेकिन कांग्रेस का प्रादेशिक नेतृत्व उन्हें नजरअंदाज कर रहा है। प्रदेश का कार्यकारी अध्यक्ष होने के बावजूद उन्हें कोई विशेष जिम्मेदारी नहीं दी गई है। हार्दिक ने प्रश्न किया कि क्या केवल फोटो खिंचवाने और कार्यक्रमों में उपस्थित रहने मात्र के लिए कोई नेता पार्टी में होता है? उन्होंने कहा कि वह राहुल गांधी से इस बात को लेकर मिले थे तो उन्हें बताया गया कि वे के सी वेणुगोपाल से मिलें। जब वे वेणुगोपाल से मिले तो उन्होंने उनकी बात को माना। लेकिन समस्या का कोई समाधान नहीं निकला है।
साक्षात्कार में जब यह पूछा गया कि क्या वह भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने का मन बना रहे हैं, तो हार्दिक पटेल ने कहा कि उन्होंने अपने बयान में सिर्फ इतना कहा था कि भारतीय जनता पार्टी में निर्णय लेने की क्षमता बेहतर है। लेकिन उनकी इस बात के बाद अफवाहों का दौर शुरू हो गया कि वे भाजपा या आम आदमी पार्टी में शामिल होने जा रहे हैं। फिलहाल स्थिति यह है कि वे कांग्रेस में है। उन्होंने यहां तक कहा कि उन पर 32 मामले दर्ज हैं और कांग्रेस पार्टी ने अभी तक उन्हें वकील की सहायता देने तक की जहमत नहीं उठाई है। उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ चुनाव लड़ने का पर जो रोक लगी हुई थी वह सुप्रीम कोर्ट ने हटा दी है। ऐसे में आने वाले चुनावों में में निसंदेह मैदान में उतरेंगे।
खैर, देखना होगा कि गुजरात में विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं वैसे हर पार्टी में इस प्रकार के राजनीतिक उठापटक के दृश्य दिख रहे हैं। कांग्रेस में है जहां तक संबंध है, रोचक होगा कि हार्दिक पटेल वाला मामला आगे क्या रूख लेता है।