कक्षा 7 का पेपर चोरी होने के बाद शिक्षा विभाग द्वारा लिया गया जानें कौन-सा फैसला जिसका शिक्षण संघ कर रहा विरोध

कक्षा 7 का पेपर चोरी होने के बाद शिक्षा विभाग द्वारा लिया गया जानें कौन-सा फैसला जिसका शिक्षण संघ कर रहा विरोध

शिक्षा विभाग द्वारा प्राथमिक विद्यालय के प्रश्नपत्रों को प्रधानाध्यापक के घर पर रखने का निर्णय लिया गया है, जिसका गुजरात राज्य नगर प्राथमिक शिक्षक संघ द्वारा विरोध किया जा रहा है

भावनगर के एक सरकारी स्कूल से कल कक्षा 7 प्रश्न पत्र चोरी हो गया था, जिसके बाद कक्षा 7 की परीक्षा तत्काल रोक दी गई थी। इस बात का विवाद अभी पूर्ण हुआ है नहीं है कि गुजरात का शिक्षा विभाग एक बार फिर विवादों में आ गया है। शिक्षा विभाग द्वारा प्राथमिक विद्यालय के प्रश्नपत्रों को प्रधानाध्यापक के घर पर रखने के निर्णय दिया गया है। जिसका राज्य नगर प्राथमिक शिक्षक संघ द्वारा पुन:समीक्षा करने की मांग की गई है। 
कक्षा 7 के पेपर चोरी हो जाने के बाद शिक्षा विभाग द्वारा जल्दबाज़ी में कई निर्णय लिए गए। जिसमें एक निर्णय यह भी था कि प्राथमिक विद्यालय के सभी पेपर स्कूल के प्रधानाध्यापक के घर पर रखे जाएँगे। जिसेक बाद वह विद्यालय आते समय उन्हें ले आएगा। इस निर्णय के बारे में बताते हुये शिक्षा संघ द्वारा कहा गया कि यह निर्णय प्रधानाध्यापक के लिए बिलकुल ही अव्यवहारू और परेशान कर देने वाली है। परीक्षा के पहले आचार्य या प्रधानाध्यापक प्रश्नपत्र अपने घर से लेकर निकले वह काफी अयोग्य होगा। क्योंकि आरटीई के नियम के अनुसार प्राथमिक कक्षा में ली जाने वाली परीक्षा सर्वग्राही मूल्यांकन का हिस्सा है, जिसमें परीक्षा के आधार पर ग्रेड दिये जाते है। 
शिक्षा विभाग का कहना है कि किसी एक आकस्मिक घटना के चलते ऐसा निर्णय नहीं लेना चाहिए। इसके बजाय पहले कि तरह हर जिला कक्षा पर परीक्षा के पेपर तैयार करने की पद्धति को फिर से लागू करना चाहिए। जिससे की कोई घटना हो तो उसकी असर मात्र उस जिले में ही रहेगी।