गुजरात : कोरोना के बाद सामान्य हुआ माहौल तो इन मंदिरों में खूब चढ़ने लगा सोना, मन्नतें जो पूरी हो रहीं!

कोरोना के कठिन काल के दौरान हर किसी में जल्द से जल्द यह महामारी दूर हो जाए ऐसी मन्नत रखी ही होगी। हालांकि कोरोना काल में मंदिर ना जा सकने के कारण सभी कि यह मानता अधूरी ही रह गई। पर अब जबकि कोरोना के नियंत्रण में काफी छूट मिल गई है सभी अपनी मन्नत पूरी करना शुरू कर चुके है। कोरोना के काल में मंदिरों में आने वाले दान में सोने और चांदी के आभूषण जहां औसतन 1 से 2 किलो रहते थे। वही कोरोना के बाद यह आभूषण 30 से 40 किलो बढ़ गए हैं।
मंदिरों में चढ़ाए जाने सोने चांदी के आभूषण तथा मूर्तियों के बारे में व्यापारियों का कहना है कि आभूषणों की महीने की औसतन जहां 70 से 100 किलो की ही बिक्री थी। वह अब बढ़कर 300 से 400 किलो हो गई है। वहीं मोती की बिक्री भी तकरीबन दोगुना बढ़कर ढाई करोड़ तक पहुंच गई है। अहमदाबाद ज्वेलर्स एसोसिएशन के प्रमुख जिगर सोनी के अनुसार सोने चांदी के इन आभूषणों में भगवान का छत्र, पादुका, बाजूबंद, मुकुट, माला, त्रिशूल, सिंहासन, सिक्के, थाली तथा कटोरी, मूर्ति तथा नूपुर जैसी चीजों की बिक्री सबसे अधिक रही है।
सोने और चांदी तथा मोती के आभूषणों के अलावा मंदिरों में नगद दान भी बढ़ा है। साल 2022 के मात्र 2 महीने से मात्र कुछ अधिक के समय में सोमनाथ मंदिर में 2.75 करोड़ रुपए का दान दर्ज हुआ है। जबकि अंबाजी मंदिर में 2.62 डाकोर में 2.10 बहुचराजी में 28 लाख रुपए का दान दर्ज हुआ है।
Tags: Gujarat