गुजरात का एक जिला ऐसा जहां ट्राफिक नियम भंग का एक भी इ-मेमो नहीं फटा है!
By Loktej
On
अहमदाबाद और राजकोट निवासी पूरे गुजरात में यातायात नियमों का उल्लंघन करने में अग्रणी
गांधीनगर शहर और जिले में पुलिस द्वारा आयोजित सीसीटीवी सर्विलांस के जरिए यातायात नियमों का उल्लंघन करने पर पिछले दो साल में चालकों पर 1.12 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया है। इसके अलावा, 2.5 करोड़ रुपये का जुर्माना अभी तक नहीं लिया गया है।
जानकारी के अनुसार सरकार द्वारा राज्य भर के शहरों में सीसीटीवी निगरानी स्थापित की गई है। यह भी दावा किया जाता है कि इसके माध्यम से अपराध की निगरानी की जा सकती है लेकिन यह सीसीटीवी निगरानी अपराध को रोकने की तुलना में मोटर चालकों से जुर्माना वसूलने में अधिक प्रभावी प्रतीत होती है। राज्य की राजधानी गांधीनगर जिले में पिछले दो वर्षों में 113361 मोटर चालकों को यातायात नियमों का उल्लंघन करने पर सीसीटीवी के माध्यम से ई-मेमो जारी किया गया, जिसमें से पुलिस ने वाहन चालकों से 11470700 रुपये का जुर्माना वसूल किया। पुलिस द्वारा जारी किए गए मेमो में से चालकों से 50987500 रुपये का जुर्माना वसूला जाना बाकी है।
गृह विभाग ने विधानसभा में जानकारी दी है कि अहमदाबाद और राजकोट निवासी पूरे गुजरात में यातायात नियमों का उल्लंघन करने में अग्रणी रहे हैं। राजकोट में 1492715 ई-मेमो जारी किए गए हैं और राजकोट निवासियों से 17.57 करोड़ जुर्माना वसूला गया है। 113 करोड़ के ई-मेमा की वसूली अभी बाकी है। अहमदाबाद में आज तक 1823602 ई-मेमो जारी किए जा चुके हैं। अहमदाबादियों से 14.52 करोड़ का जुर्माना वसूला गया है। अहमदाबादियों का 107 करोड़ का बकाया है।
डांग के अलावा गुजरात का एक भी जिला ऐसा नहीं था जहां ई-मेमो नहीं दिया गया हो। नर्मदा, अमरेली, पोरबंदर, देवभूमि द्वारका में अन्य जिलों की तुलना में ई-मेमो जुर्माना की राशि कम थी। वडोदरा में 53.55 करोड़ रुपये का ई-मेमो पेनल्टी बकाया है। वडोदरा में 982421 ई-मेमो दिए गए। 90 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया।
गुजरात में यातायात नियमों का उल्लंघन करने पर वाहन चालकों पर कुल 614250993 जुर्माना लगाया गया। पुलिस विभाग द्वारा जुर्माना वसूलने के लिए मेमो अक्सर ड्राइवरों के घरों तक भेजे जाते हैं। वहीं, स्थानीय पुलिस को जुर्माना वसूलने के निर्देश दिए जाते हैं।
सबसे अधिक ट्राफिक नियम भंग करने वाले जिले

Tags: Gujarat