गुजरात : अब पहली क्लास से ही बच्चे पढ़ेंगे अंग्रेजी, जानें शिक्षा मंत्री की नई घोषणा

गुजरात : अब पहली क्लास से ही बच्चे पढ़ेंगे अंग्रेजी, जानें शिक्षा मंत्री की नई घोषणा

राज्य की सरकारी स्कूलों में पढ़ाएँ जाएँगे भगवदगीता के पाठ

गुजरात राज्य में प्राथमिक शिक्षण के मामले में राज्य सरकार द्वारा एक महत्व का निर्णय किया गया है। जिसके तहत अब गुजरात में कक्षा 1 और 2 में भी अंग्रेजी विषय दाखिल किया गया है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के दिशानिर्देशों को ध्यान में रखते हुये छात्रों को शुरुआती सालों में एक से अधिक भाषाएँ सिखाने के मामले में राज्य सरकार ने ठोस कदम उठाए है। 
इसी के चलते राज्य सरकार द्वारा अब आने वाले सालों में अंग्रेजी माध्यम के सिवाय की स्कूलों में कक्षा 1 से ही अंग्रेजी भाषा का शिक्षण दिया जाएगा। हालांकि अभी बच्चों के लिए अब्ङ्ग्रेजी की कोई किताब नहीं होगी। मात्र शिक्षक मार्गदर्शिका की सहायता से ही शिक्षक बच्चों को अंग्रेजी भाषा के लिए श्रवण और कथन की स्किल बढ़ाने में सहायता प्राप्त करेंगे। राज्य शिक्षा मंत्री ने स्पष्ट किया की स्कूलों में गुजराती तो अनिवार्य तौर पर रहेगा ही पर इसके साथ ही आज के समय में जब अंग्रेजी हर फील्ड में जरूरी है। बच्चों को शुरू की कक्षा से ही अंग्रेजी का ज्ञान देना आवश्यक बन गया है। 
इसके अलावा राज्य की स्कूलों में छात्रों को भारतीय संस्कृति के भव्य ज्ञान से परिचित करवाने के लिए तथा छात्रों के सर्वांगी विकास के लिए भारतीय संस्कृति तथा ज्ञान प्रणाली का समावेश करने के मकसद से राज्य की स्कूलों में कक्षा 6 से 12 में श्रीमद भगवद गीता में समाविष्ट मूल्य और सिद्धांत सिखाये जाएँगे। कक्षा 6 से 8 में श्रीमद भगवद गीता का परिचय सर्वांगी शिक्षण की किताब में कहानियों के पठन के स्वरूप में करवाया जाएगा।
प्रेसकोन्फ्रेंस के दौरान शिक्षामंत्री जीतूभाई वाघानी ने एक शिक्षक वाली स्कूलों के बारे में सरकार पर लगे आरोपों का जवाब देते हुये कहा कि जिन स्कूलों में मात्र एक शिक्षक कि बात हो रही है। उन स्कूलों में मात्र 15 से 20 छात्र ही आते है।