
गुजरात में 700 स्कूल ऐसी हैं जिसमें एक ही शिक्षक पढ़ाता है!
By Loktej
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खेड़ा और भावनगर एकमात्र ऐसे जिले जहां एक भी शिक्षक वाले स्कूल नहीं
शिक्षा के क्षेत्र में गुजरात काफी विकास कर रहा है ऐसे दावे आए दिन सरकार द्वारा किए जाते है, हालांकि विधानसभा गृह में खुद शिक्षण विभाग द्वारा ही इसकी असलियत सामने रखी गई है। विधानसभा गृह में शिक्षणविभाग ने जानकारी दी कि गुजरात की 700 सरकार स्कूल ऐसी है, जिसमें पढ़ाने के लिए मात्र एक ही शिक्षक है। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह है कि कैसे मात्र एक ही शिक्षक पूरी स्कूल को पढ़ाता होगा।
गुजरात की प्राथमिक स्कूलों में शिक्षकों के अभाव में शिक्षण की स्थिति काफी गिरती जा रही है। शिक्षकों की कमी के चलते छात्रों की पढ़ाई पर काफी असर हो रही है, हालांकि इसके बावजूद मानों शिक्षण विभाग गहरी नींद में सो रहा है। केवल ग्रामीण या आदिवासी क्षेत्रों में ही नहीं, शहरी क्षेत्रों में भी स्थिति खराब है। सूरत के 43, अहमदाबाद के चार, वडोदरा के 38 और राजकोट के 16 स्कूलों में एक-एक शिक्षक हैं। खेड़ा और भावनगर एकमात्र ऐसे जिले हैं जहां एक भी शिक्षक वाले ऐसे स्कूल नहीं हैं।
विपक्षी कांग्रेस पार्टी ने बताया कि सरकार द्वारा संचालित प्राथमिक विद्यालयों में कक्षा 1 से 8 तक होती है और एक कक्षा में भी कई वर्ग होते हैं। विधायकों ने पूछा, "एक अकेला शिक्षक इतनी सारी कक्षाओं और छात्रों का प्रबंधन कैसे करता है।" मंत्री ने कहा कि सेवानिवृत्ति, मृत्यु या शिक्षकों के स्थानांतरण से यह स्थिति पैदा हुई है। सरकार ने कहा कि जल्द से जल्द आवश्यक संख्या में शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी।
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