गुजरात: कोरोना के भय के बीच स्कूलों में कम हो रही है छात्रों की संख्या

गुजरात: कोरोना के भय के बीच स्कूलों में कम हो रही है छात्रों की संख्या

सरकार की स्कूलों को बंद ना करने की घोषणा के बाद भी अभिभावकों में फैला है डर

गुजरात सहित देशभर में कोरोना के केसों में फिर से इजाफा देखने मिल रहा है। बढ़ते हुये केसों के बीच राज्य के शिक्षणमंत्री जीतू वाघानी ने स्कूलों में ओफलाइन पढ़ाई बंद नहीं होने की घोषणा तो कर दी है, इसके बावजूद भी बड़ी मात्रा में माता-पिता ने छात्रों को स्कूल भेजना बंद कर दिया है। राज्य की 6 शहरों की स्कूल में छात्रों की संख्या 20 से 70 प्रतिशत तक कम हो गई है। राजकोट की कई स्कूलों में तो छात्रों को संख्या 70 प्रतिशत तक कम हुई है, जबकि अहमदाबाद में छात्रों की संख्या में 40 प्रतिशत तक कम हो गई है। खास तौर पर प्राथमिक क्लास के छात्रों की संख्या में कमी दिख रही है, हालांकि अभी तक माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक स्कूलों में छात्रों की संख्या अभी भी यथावत है।
अहमदाबाद के स्कूल संचालकों के अनुसार, ऑनलाइन क्लासों में छात्र अधिक जुड़ रहे है। माता-पिता अपने बच्चों को स्कूल भेजने के बजाय ऑनलाइन पढ़ाने में ही अधिक रुचि रख रहे है। वडोदरा में स्कूल जाने वाले छात्रों की संख्या में 15 से 20 तो सूरत में नॉन-ग्रांटेड स्कूलों में छात्रों की संख्या 5 से 10 प्रतिशत तक कम हुई है। राजकोट में जिला शिक्षणाधिकारी ऑफिस द्वारा अलग-अलग टिम बनाकर शहर की स्कूलों में चेकिंग की जा रही है और हर स्कूलों में कोरोना गाइडलाइंस के अनुसार की सुविधा है या नहीं तथा बच्चे और शिक्षक सहित सभी स्टाफ मास्क पहनते है या नहीं इसकी चेकिंग की जा रही है। शिक्षणाधिकारी ऑफिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, अब तक किसी भी स्कूल में कुछ भी अनुचित नहीं मिला है। 
अहमदाबाद के एक एक प्रिंसिपल ने अपना नाम ना बताने की शर्त के साथ दिये हुये बयान में स्वीकार किया की छात्रों की संख्या में 40 प्रतिशत तक की कमी हुई है। हालांकि ऑनलाइन हाजरी बढ़ी है। हालांकि उनका कहना है की कई स्कूलें अभी भी ऑनलाइन अट्टेंडेंस भी नहीं करते है। वहीं दूसरी और कई संचालक भी ऐसे भी है जो ऑफलाइन पढ़ाई बंद नहीं होने देना चाहते।