गुजरात : गांधी जयंती पर राज्यभर की 14250 ग्राम पंचायतों में आयोजित होगी विशेष ग्राम सभा

गुजरात :  गांधी जयंती पर राज्यभर की 14250  ग्राम पंचायतों में आयोजित होगी विशेष ग्राम सभा

गांधी जयंती पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ‘स्वच्छ भारत मिशन शहरी 2.0 और ‘अमृत 2.0’ की करेंगे शुरुआतः गुजरात में भी जनभागीदारी से होगा राज्यव्यापी प्रारंभ

मुख्यमंत्री भूपेंद्रभाई पटेल की अध्यक्षता में बुधवार को गांधीनगर में हुई राज्य मंत्रिमंडल की बैठक ने आगामी गांधी जयंती को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू किए जाने वाले राष्ट्रव्यापी ‘स्वच्छ भारत मिशन शहरी 2.0’ और अटल नवीकरण और शहरी परिवर्तन मिशन- ‘अमृत 2.0’ कार्यक्रम के गुजरात राज्य में आयोजन को अंतिम स्वरूप दिया। इसके अंतर्गत राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती 2 अक्टूबर को राज्य में विशेष ग्राम सभाओं का आयोजन राज्य की 14,250  ग्राम पंचायतों में किया जाएगा। 
राज्य सरकार के प्रवक्ता मंत्रियों ने इस आयोजन की विस्तृत जानकारी मीडिया को देते हुए कहा कि महात्मा गांधी के ग्राम स्वराज और ग्रामोत्थान के विचार को और भी उन्नत स्तर पर साकार करने के उद्देश्य से 2 अक्टूबर को पूरे राज्य की 14,250 ग्राम पंचायतों में सुबह 10 से 11 बजे के दौरान विशेष ग्राम सभा का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इन ग्राम सभाओं के तहत बनासकांठा जिले की पालनपुर तहसील की पीपली ग्राम पंचायत की ग्राम सभा में जल जीवन मिशन के अमलीकरण के संबंध में सीधा संवाद करेंगे। 
प्रधानमंत्री सुबह 11 बजे ग्राम सभाओं को संबोधित कर मार्गदर्शन देंगे। राज्य के पंचायत, ग्राम विकास विभाग की ओर से उनके संबोधन राज्य की सभी 14,250 ग्राम पंचायतों में सीधा प्रसारण करने का आयोजन किया गया है। प्रवक्ता मंत्रियों ने आगे कहा कि गुजरात में सितंबर, 2022 तक जल जीवन मिशन का लक्ष्य पूर्ण करने का राज्य सरकार का संकल्प है। 
राज्य में 92.92 लाख घरों के सापेक्ष 81.41 लाख घरों यानी 87.6 फीसदी घरों का नल कनेक्शन पूरा हो चुका है, शेष घरों में आगामी १ वर्ष में कनेक्शन का काम पूरा हो जाएगा। 
ग्राम सभाओं में समावेश किए गए एजेंडों की जानकारी देते हुए प्रवक्ता मंत्रियों ने कहा कि विलेज एक्शन प्लान, हर घर जल, पानी के उपलब्ध स्रोत और पानी समिति और पानी की गुणवत्ता आदि के संबंध में भी चर्चा होगा और मार्गदर्शन दिया जाएगा। 
उन्होंने कहा कि पूज्य बापू के ‘स्वच्छता में ईश्वर का वास’ के संदेश को आत्मसात करते हुए पूरे देश में शुरू होने वाले क्लीन इंडिया कार्यक्रम का भी गुजरात के विभिन्न गांवों और नगरों में जनभागीदारी से प्रारंभ होगा। जिसके अनुसार ग्राम सभाओं में जल जीवन मिशन, स्वच्छता को लेकर जागरूकता, कोविड-19 टीकाकरण के लिए जनजागृति और वतन प्रेम योजना सहित 15वें वित्त आयोग के कुल 5557 करोड़ रुपए के अनुदान से किए जाने वाले कार्यों को लेकर मार्गदर्शन दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि क्लीन इंडिया कार्यक्रम के अंतर्गत ग्रामीण स्तर पर जल और मच्छर जनित रोगों से बचाव के लिए आवश्यक रोग निवारक उपाय और पूरे अक्टूबर महीने के दौरान प्रत्येक गांव में सफाई महाअभियान शुरू किया जाएगा। 
इस संदर्भ में उन्होंने कहा कि राज्य के प्रत्येक गांव, नगर और शहरों में 1से 31 अक्टूबर के दौरान ‘स्वच्छ भारत-सुंदर भारत’ के प्रधानमंत्री के संकल्प को साकार करते स्वच्छता और सफाई के काम बड़े पैमान पर जनभागीदारी से किए जाएंगे। 
उन्होंने कहा कि कचरे के डोर-टू-डोर एकत्रीकरण अभियान के जरिए एक अनुमान के मुताबिक प्रति जिला औसतन 11 हजार किलो कचरा, प्रति गांव औसतन 30 किलो कचरा एकत्र कर उसका समुचित तरीके से निस्तारण किया जाएगा। 1 और 2 अक्टूबर को राज्य में स्कूल, कॉलेज और राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के छात्र, चुने हुए जनप्रतिनिधि, सरकार के अधिकारी और कर्मचारी सार्वजनिक स्थानों पर सफाई अभियान, प्लॉगिंग ड्राइव (टहलते वक्त कूड़ा उठाना) में भाग लेंगे। इतना ही नहीं, महानगरों और नगरों में सभी कार्यालयों में स्वच्छता शपथ भी दिलाई जाएगी। 
शिक्षा मंत्री जीतूभाई वाघाणी ने कहा कि क्लीन इंडिया कार्यक्रम के तहत राज्य में सिंगल यूज प्लास्टिक के निपटान पर विशेष ध्यान केंद्रित किया जाएगा और प्लास्टिक के पुनर्चक्रण (रिसाइक्लिंग), पुनःउपयोग और खपत में कमी को लेकर जनजागृति पैदा की जाएगी। प्रवक्ता मंत्रियों ने कहा कि जनभागीदारी वाले इस अभियान के तहत गांवों, नगरों और महानगरों में परंपरागत जल स्रोतों के रखरखाव के लिए पानी की टंकियों, कुओं और जलाशयों की सफाई की जाएगी। 
इस क्लीन इंडिया कार्यक्रम के तहत गांवों के सौंदर्यीकरण से संबंधित कार्य भी जनभागीदारी के जरिए शुरू किए जाएंगे। जिसके अनुसार स्मारकों, धरोहर स्थलों, सामुदायिक केंद्रों, स्कूल और पंचायत आदि इमारतों के रखरखाव और सौंदर्यीकरण के कार्य शुरू किए जाएंगे। 
शिक्षा मंत्री ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन शहरी 2.0 की भारत सरकार द्वारा बनाई गई कार्य योजना में सस्टेनेबल सैनिटेशन (सतत स्वच्छता), अपशिष्ट जल का उपचार, टिकाऊ ठोस कचरा प्रबंधन और क्षमता निर्माण सहित स्वच्छता को सहज स्वभाव बनाकर एक जनआंदोलन के रूप में उसके विस्तार का समावेश किया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्रभाई पटेल के मार्गदर्शन में पूरे राज्य में इस कार्य योजना के अनुसार स्वच्छता के कार्य बड़े पैमाने पर शुरू करने की योजना को लेकर विस्तृत चर्चा की गई। 
1 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अटल नवीकरण और शहरी परिवर्तन मिशन ‘अमृत 2.0’ की भी देशभर में शुरुआत करेंगे। गुजरात राज्य ‘अमृत 1.0 मिशन’ में 80.75 अंकों के साथ तीसरे क्रम पर रहा है, जो गुजरात सरकार की शहरी विकास की प्रतिबद्धता को प्रतिबिंबित करता है। 
उन्होंने कहा कि अब ‘अमृत 2.0’ योजना शुरू होने जा रही है। इस योजना के तहत गुजरात के 31 अमृत शहरों में भूमिगत सीवरेज योजना के कार्य और राज्य के सभी शहरों में जलापूर्ति के कार्य किए जाएंगे। 
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