गुजरात : पहली बार सोमनाथ मंदिर के डिजिटल प्रमोशन एवं संरक्षण कार्य का प्रारंभ

गुजरात  :  पहली बार सोमनाथ मंदिर के डिजिटल प्रमोशन एवं संरक्षण कार्य का प्रारंभ

आगामी समय में घर बैठे सोमनाथ मंदिर को थ्री-डी व्यू में देख दर्शन कर सकेंगे श्रद्धालु

भारत के बारह ज्योतिर्लिंगों में प्रथम श्री सोमनाथ मंदिर का आगामी समय में घर बैठे थ्री-डी व्यू में देखकर दर्शन किया जा सकेगा। इसके अलावा, 3-वे डिजिटल केव वीआर के माध्यम से श्रद्धालु अपने घर पर बैठकर ही स्वयं सोमनाथ मंदिर परिसर में परिभ्रमण करने की अनुभूति कर सकेंगे। पर्यटक एक क्लिक से अपने फोन, टैबलेट या लैपटॉप का उपयोग कर मंदिर परिसर को अनोखे स्वरूप में देख सकेंगे। 
गुजरात पवित्र यात्राधाम विकास बोर्ड के अनुसार गुजरात स्थित सोमनाथ मंदिर की अद्वितीय स्थापत्य कला के संरक्षण और संवर्धन के उद्देश्य से मुख्यमंत्री भूपेंद्रभाई पटेल के सीधे मार्गदर्शन में श्री सोमनाथ ट्रस्ट और गुजरात पवित्र यात्राधाम विकास बोर्ड के संयुक्त प्रयासों से विनाश पर निर्माण के प्रतीक प्रभास पाटन स्थित श्री सोमनाथ मंदिर के डिजिटल प्रमोशन और संरक्षण कार्य का शुभारंभ किया गया है। 
यह विशेष टेक्नोलॉजी बिल्डिंग इंफॉर्मेशन मॉडल (बीआईएम) पर आधारित है। जिसका उपयोग संवर्धन और पुनर्स्थापना की प्रक्रिया के लिए हो सकता है। यह थ्री-डी मॉडल डिजिटल म्यूजियम, वर्चुअल एग्जीबिशन, रिसर्च, डिजिटल प्रमोशन और संरक्षण के लिए अति उपयोगी साबित होगा। भविष्य में जरूरत पड़ने पर इस थ्री-डी प्रिंटेड मॉडल से स्ट्रक्चर की प्रतिकृति आसानी से तैयार हो सकती है। आग लगने से तबाह हो चुके पेरिस के नोट्रे-डैम कैथेड्रल का पुनर्निर्माण इस टेक्नोलॉजी के कारण ही संभव बना है। 
अत्याधुनिक तकनीक से एकत्रित किए गए डेटा से ऑगमेंटेड रियलिटी (एआर) के साथ जानकारीपूर्ण एप और वर्चुअल रियलिटी (वीआर) आधारित वॉक थ्रू एप 360 डिग्री वर्चुअल टूर और हाई क्वालिटी वीडियो आउटपुट बनाया जाएगा। इसके चलते कोरोना जैसी महामारी की स्थिति में लोग घर बैठे सीधे कनेक्ट हो सकते हैं और पवित्र देवस्थान का दर्शन कर मंदिर को थ्री-डी व्यू में देख सकते हैं। 
नए तैयार किए जाने वाले डिजिटल प्रोजेक्ट की जानकारी और वीडियो का लोग सीधे ही उपयोग कर सकेंगे, जिसके कारण श्री सोमनाथ मंदिर के विषय में देशभर के श्रद्धालुओं में रुचि बढ़ेगी और वे मंदिर से संबंधित हरेक जानकारी से अवगत हो सकेंगे। 
इसके अलावा, राज्य सरकार दर्शानर्थियों के लिए एक अनूठी थ्री-वे डिजिटल केव वीआर का निर्माण करने जा रही है। जिसके अंतर्गत एडवांस टेक्नोलॉजी और प्रोजेक्टर्स की मदद से कोई भी व्यक्ति स्वयं श्री सोमनाथ मंदिर परिसर में प्रवेश कर परिभ्रमण करने की अनुभूति कर सकेगा। भविष्य में उसका उपयोग डिजिटल म्यूजियम, एयरपोर्ट और एग्जीबिशन में भी किया जाएगा ताकि अधिक से अधिक लोग सोमनाथ मंदिर के बारे में जान सकें। 
श्री सोमनाथ ट्रस्ट और गुजरात पवित्र यात्राधाम विकास बोर्ड संयुक्त रूप से गुजरात में सर्वप्रथम वैश्विक स्तर पर उपलब्ध श्रेष्ठ तकनीक के उपयोग के साथ यह प्रोजेक्ट शुरू करने जा रहे हैं। 
उल्लेखनीय है कि देशभर के हजारों मंदिरों में गुजरात के समुद्र तट पर स्थित भगवान शिव का श्री सोमनाथ मंदिर विशेष महत्व रखता है और यह ऐतिहासिक, धार्मिक और स्थापत्य की दृष्टि से सर्वोत्तम मंदिरों में से एक है।
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