गुजरात : नेत्रहीनों के लिए सुनहरा दिन बना प्रधानमंत्री का 71वां जन्मदिनः मुख्यमंत्री

गुजरात :  नेत्रहीनों के लिए सुनहरा दिन बना प्रधानमंत्री का 71वां जन्मदिनः मुख्यमंत्री

प्रधानमंत्री के 71वें जन्मदिन पर मुख्यमंत्री की मौजूदगी में वीवाईओ ने व्रजराजकुमार महाराज की प्रेरणा से 110 नेत्रहीनों को वितरित की सेंसर आधारित स्टिक

‘सरकार का दृष्टिकोण है कि दिव्यांगता अभिशाप न बने, दिव्यांग आत्मसम्मान के साथ जिएं’
मुख्यमंत्री भूपेंद्रभाई पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री का 71वां जन्मदिन नेत्रहीनों के लिए सुनहरा दिवस साबित हुआ है क्योंकि आज प्रधानमंत्री के जन्मदिन पर पूज्य  व्रजराजकुमारजी महाराज की प्रेरणा से वल्लभ यूथ ऑर्गेनाइजेशन (वीवाईओ) की ओर से 1100 नेत्रहीनों को सेंसर आधारित स्टिक का वितरण उनके जीवन को आसान और सुविधाजनक बनाएगा। इस संदर्भ में उन्होंने कहा कि मानव सेवा, समाज सेवा, राष्ट्र सेवा, धर्म प्रचार सेवा और युवा जागृति अभियान सहित अन्य सामाजिक कार्यों के जरिए यह ऑर्गेनाइजेशन राष्ट्र निर्माण में सहयोगी बना है। कोरोना के संकट काल में भी वल्लभ यूथ ऑर्गेनाइजेशन ने ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना की थी जो अत्यंत सराहनीय है। 
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी ने विकलांग व्यक्तियों को ‘दिव्यांग’ जैसा सम्मानजनक नाम दिया है। केंद्र और राज्य सरकार ने दिव्यांगों के लिए अनेक कल्याणकारी योजनाएं बनाई हैं। दिव्यांगों को कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिलने से वे सशक्त बने हैं। उन्होंने कहा कि दिव्यांगता अभिशाप या लाचारगी न बने और दिव्यांगजन भी आत्मसम्मान के साथ जीवन जिएं यही इस सरकार का दृष्टिकोण है। उन्होंने आगे कहा कि साल 2016 में प्रधानमंत्री के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने दिव्यांगजनों के अधिकारों के लिए दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम-2016 कानून पारित किया है जिसके जरिए दिव्यांगों को सुरक्षा प्रदान की गई है। श्री पटेल ने कहा कि विकसित समाज में सभी वर्गों का योगदान महत्वपूर्ण होता है। गरीब, शोषित, वंचित और पीड़ितों के साथ-साथ दिव्यांगों का योगदान भी आवश्यक है। एक शक्तिशाली राष्ट्र के निर्माण के लिए दिव्यांगों को भी साथ लेकर चलना है। 
उन्होंने कहा कि सामाजिक न्याय और अधिकारिता विभाग ने दिव्यांगजनों के लिए यूनिवर्सल आईडी की शुरुआत की है। इसी तरह सुगम्य भारत अभियान के अंतर्गत सार्वजनिक स्थानों एवं सरकारी कार्यालयों में दिव्यांगजनों की बाधारहित एवं आसान आवाजाही के लिए व्यवस्था की गई है। 
मुख्यमंत्री ने कहा कि गुजरात सरकार ने 2019 से गुजरात राज्य दिव्यांग वित्त एवं विकास निगम की शुरुआत भी की है। दिव्यांग साधन सहायता योजना के तहत दोगुना लाभ दिया जा रहा है। दिव्यांग व्यक्तियों को मियादी ऋण, शैक्षणिक उद्देश्य के लिए ऋण, माइक्रो फाइनेंस जैसी योजनाओं के मार्फत आर्थिक, सामाजिक एवं शैक्षणिक रूप से सक्षम बनाने के लिए इस निगम ने 2020-21 में 7 करोड़ रुपए का प्रावधान भी किया है। इसके अलावा, दिव्यांग छात्रवृत्ति योजना के तहत दिव्यांग को लाभ भी दिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि तीव्र दिव्यांगता वाले व्यक्तियों को संत सुरदास योजना के अंतर्गत वित्तीय सहायता दी जा रही है। दिव्यांगों को राज्य परिवहन की बसों में मुफ्त यात्रा की सुविधा भी प्रदान की जा रही है। 
वैष्णवाचार्य पू. व्रजराजकुमार जी महाराज ने कहा कि आज का दिन नेत्रहीनों के लिए श्रेष्ठ दिन है। 1100 नेत्रहीनों को सेंसर आधारित स्टिक का वितरण हुआ है, जो उनकी दिनचर्या में काफी उपयोगी साबित होगा। उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भारत की विकास यात्रा को लगातार आगे ले जा रहे हैं और इसके लिए किए जा रहे प्रयास बहुत सराहनीय हैं। 
इस अवसर पर वैष्णवाचार्य पू.  व्रजराजकुमार जी महाराज-वल्लभ यूथ ऑर्गेनाइजेशन की ओर से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पुनर्निर्माण के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष में पांच लाख रुपए का योगदान दिया गया। 
कार्यक्रम में विधायक अरविंदभाई, अहमदाबाद के महापौर किरीटभाई परमार, मनपा स्थायी समिति के अध्यक्ष  हितेशभाई बारोट, परिंदु भगत, ट्रस्टी अशोकभाई शाह और वल्लभ यूथ ऑर्गेनाइजेशन के सदस्यों सहित बड़ी संख्या में दिव्यांगजन उपस्थित थे। 
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