गुजरात : व्यापार, वाणिज्य, परिश्रम और साहस है गुजरातियों की तासीरः मुख्यमंत्री

गुजरात : व्यापार, वाणिज्य, परिश्रम और साहस है गुजरातियों की तासीरः मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में एमएसएमई उद्योगों के लिए खुलेंगे ई-कॉमर्स निर्यात के नए द्वार

सीएम श्री विजय रूपाणी की उपस्थिति में राज्य के उद्योग एवं खनन विभाग ने दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन के साथ किया एमओयू
गुजरात के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) दुनिया के 200 से अधिक देशों में अपने उत्पाद निर्यात कर सकें उस उद्देश्य से राज्य सरकार के उद्योग एवं खनन विभाग और अमेजन इंडिया के बीच मंगलवार को गांधीनगर में एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) हुआ है। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की उपस्थिति में गुजरात सरकार के एमएसएमई आयुक्त  रणजीत कुमार और अमेजन के ग्लोबल सीईओ प्रमुख श्री अभिजीत कामरा ने इस एमओयू पर हस्ताक्षर किए। उद्योग विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. राजीव कुमार गुप्ता और अमेजन के प्रोजेक्ट हेड, पब्लिक पॉलिसी ऑपरेशन प्रमुख सहित अन्य अधिकारी भी इस अवसर पर मौजूद थे। 
मुख्यमंत्री  विजय रूपाणी ने इस एमओयू का स्वागत करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘आत्मनिर्भर भारत’ का जो विचार और देशी उत्पादों की निर्यात वृद्धि पर जो जोर दिया है उसके आधार पर गुजरात की एमएसएमई इकाइयों को अब अमेजन के साथ मिलकर वैश्विक बाजार तक पहुंचने का अवसर मिलेगा। 
उन्होंने कहा कि व्यापार-वाणिज्य, परिश्रम और साहस तो गुजरातियों की तासीर है। केवल कमाई की ही नहीं बल्कि कारोबार को लगातार बढ़ाते रहने की अपेक्षा के साथ गुजराती निरंतर कार्यरत रहते हैं। इस संदर्भ में रूपाणी ने यह भी कहा कि गुजरात के व्यापारियों ने बरसों पूर्व अफ्रीका और दक्षिण एशिया जैसे कई देशों में व्यापार-वाणिज्य को विकसित किया है। 
उद्योग विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव ने कहा कि मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में गुजरात ने देश में अभिनव पहल करते हुए एमएसएमई एक्ट बनाया है। उन्होंने कहा कि गुजरात ने ‘पहले उत्पादन, फिर अनुमति’ का दृष्टिकोण अपनाकर एमएसएमई इकाइयों को जो प्रोत्साहन दिया है उसका श्रेय भी मुख्यमंत्री के विजन को जाता है। 
गुजरात सरकार और अमेजन के बीच हुए इस एमओयू के अंतर्गत अमेजन इंडिया की ओर से ई-कॉमर्स एक्सपोर्ट की क्षमता निर्माण (कैपेसिटी बिल्डिंग) सुविधाओं का निर्माण होने से राज्य के लाखों एमएसएमई उद्योगों के ‘मेड इन इंडिया-मेड इन गुजरात’ उत्पाद अंतरराष्ट्रीय बाजारों और उपभोक्ता वर्ग तक आसानी से पहुंच सकेंगे और ‘वोकल फॉर लोकल’ की मंशा होगी। 
इसके अंतर्गत अमेजन विशेष रूप से टैक्सटाइल, जेम एंड ज्वेलरी और हस्तकला कारीगरी की चीज-वस्तुओं तथा स्वास्थ्य देखभाल उत्पादों के तहत हर्बल एवं ऑर्गेनिक उत्पादों के लिए गुजरात के एमएसएमई क्षेत्र को दुनियाभर के ग्राहकों तक पहुंचाने में मददगार होगा। वित्तीय वर्ष 2020-21 में गुजरात देश के कुल निर्यात में 21 फीसदी हिस्सेदारी के साथ निर्यात के क्षेत्र में देश का अग्रिम राज्य बना है। 
अब इस एमओयू के परिणामस्वरूप उद्योग विभाग के सहयोग से अमेजन राज्य में एमएसएमई क्लस्टर्स वाले मुख्य शहरों अहमदाबाद, वडोदरा, सूरत, भरुच और राजकोट आदि में बीटूसी (बिजनेस टू कस्टमर) ई-कॉमर्स एक्सपोर्ट के संबंध में प्रशिक्षण सत्र. वेबिनार और कार्यशाला का आयोजन कर एमएसएमई इकाइयों को उनके उत्पाद विश्व बाजार तक पहुंचाने में सहायक बनेगा। 
इतना ही नहीं, अमरीका, कनाडा, ब्राजील, फ्रांस, जर्मनी, यूनाइटेड किंगडम, ऑस्ट्रेलिया, जापान, सिंगापुर, तुर्की और संयुक्त अरब अमीरात जैसे 17 देशों में कार्यरत अमेजन के डिजिटल मार्केट प्लेस गुजरात की एमएसएमई इकाइयों के लिए बीटूसी ई-कॉमर्स एक्सपोर्ट यानी निर्यात के मार्फत ग्राहकों के साथ सीधे बिक्री के नए अवसर पैदा करेंगे। मुख्यमंत्री  विजय रूपाणी ने इस उद्देश्य से आगामी दिवाली से पहले अमेजन को राज्य के चार क्षेत्रों में एमएसएमई के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करने का प्रेरक सुझाव भी दिया।
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