
नवसारी : दुधारू जानवरों में फ़ैल रही है संक्रमित बीमारी, स्वास्थ्य विभाग में हाहाकार
By Loktej
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सरकारी पशु चिकित्सालय के डॉक्टर ने दिया सलाह : अंधविश्वास में न पड़े, कराएं उचित इलाज
नवसारी जिले में मुख्य व्यवसाय पशुपालन है। पूरे जिले में करीब दो लाख दुधारू मवेशी हैं। विशेष रूप से, अधिकांश लोग डेयरी उद्योग में संलग्न होकर जीवन यापन करते हैं। हालांकि आजकल मवेशियों में महामारी की समस्या बढ़ गई है। इसके बाद अब स्वास्थ्य विभाग व पशुपालन विभाग दौड़ रहा है। दरअसल दक्षिण गुजरात के आदिवासी क्षेत्रों में बहुत से लोग अभी भी कृषि और पशुपालन पर निर्भर हैं। कई परिवार पशुपालन के पूरक व्यवसाय के माध्यम से आर्थिक रूप से जीवन यापन करने में सक्षम हुए हैं।
आपको बता दें कि पिछले दो माह से खेरगाम क्षेत्र के पशुपालक लम्पी स्किन डिजीज नामक बीमारी से पीड़ित हैं। यह रोग पहली बार खेरगाम तालुका में देखा गया है। यह रोग विशेष रूप से गायों में अधिक प्रचलित है। जिसमें पहले बुखार होता है। पिछले दो महीने से यह बीमारी तेजी से फैल रही है। खेरगाम के सरकारी पशु चिकित्सालय में अब तक 100 से 150 पशुओं का इलाज किया जा चुका है। दूसरी ओर, ग्रामीण क्षेत्रों में इसे लेकर अंधविश्वास अधिक प्रचलित हैं। हालांकि सरकारी पशु चिकित्सालय के डॉक्टर ने कई लोगों को समझाया कि जानवरों का इलाज करने से कई जानवर भी ठीक हो गए हैं। इसलिए सही तो है कि वे अंधविश्वास को त्यागकर पशु चिकित्सक की सलाह लें।
आपको बता दें कि इस रोग के कारण जानवर में बुखार और शरीर में फोड़े फुंसी हो जाते हैं। साथ ही पशु कम दूध देने लगते है। अतः यदि पशु में ऐसे लक्षण दिखाई दें तो चरवाहे को घबराने की बजाय नजदीकी पशु चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए और रोग से बचाव के लिए रोग से प्रभावित पशुओं को सामान्य रूप से अन्य पशुओं से अलग रखना चाहिए। पशु बाड़े को मक्खियों और मच्छरों से मुक्त रखना चाहिए। विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है, जैसे संक्रमित जानवर से भोजन और पानी को अलग करना, प्रभावित क्षेत्र में चरने से बचना, पशु आश्रयों या कलमों पर कीटाणुनाशक का छिड़काव करना।
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