गुजरात : स्कूलें हुई शुरू तो बाज़ारों में लगी भीड़, नोटबुक की जगह मोबाइल खरीद रहे माता-पिता

गुजरात : स्कूलें हुई शुरू तो बाज़ारों में लगी भीड़, नोटबुक की जगह मोबाइल खरीद रहे माता-पिता

नए सत्र में भी ऑनलाइन क्लास शुरू होने से मोबाइल की दुकानों पर बढ़ी भीड़

पिछले डेढ़ साल से पूरे देश में कोरोना महामारी के कारण बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई चल रही है। ऐसे में पढ़ने के लिए बच्चों के पास मोबाइल होना अनिवार्य हो गया है। गुजरात में भी 7 जून से नए शैक्षणिक सत्र का प्रारंभ हो चुका है। नए सत्र का प्रारंभ इस साल भी पिछले साल की ही तरह ऑनलाइन कक्षा के माध्यम से किया गया है। जिसके चलते नए साल में पढ़ाई करवाने के लिए माता-पिता स्कूल खुलते ही मोबाइल की दुकान पर लग गए थे। 
नए साल में भी सरकार द्वारा पढ़ाई के लिए ऑनलाइन क्लास को ही चुने जाने पर सोमवार को जैसे ही स्कूल खुली अधिकतर अभिभावकों ने मोबाइल शॉप की दुकान पर धावा बोला था। फिलहाल मोबाइल की दुकानों में 30 प्रतिशत डिमांड बच्चों के लिए किसी स्मार्टफोन के बारे में जानने के लिए है। राज्य भर में ऑनलाइन क्लास शुरू किए जा रहे है। हालांकि अभी भी ऑनलाइन क्लास में अधिकतर बच्चों की मौजूदगी नहीं दिखाई दे रही। पर कोरोना महामारी को ध्यान देते हुये सभी को ऑनलाइन पढ़ाई ही करनी पड़ेगी। 
सरकार के इस निर्णय के कारण मोबाइल दुकानवालों को काफी फ़ायदा हो रहा है। नए सत्र के शुरू होते ही काफी फायदा हो रहा है। अधिकतर अभिभावक 10 से 12 हजार की कीमत के फोन की मांग कर रहे है।
मोबाइल बेचने वाले एक व्यापारी के अनुसार, स्कूलों में ऑनलाइन पढ़ाई के कारण टेबलेट, कवर, माइकवाले हेडफोन, ईयरफोन तथा मोबाइल स्टेंड जैसी चीजों की भी काफी मांग रही थी। वहीं स्टेशनरी और बुक स्टॉल के मालिकों के हालत काफी खराब है। गुजरात बुक सेलर एंड स्टेशनरी असोशिएशन के प्रमुख नरेश शाह के अनुसार, पिछले साल से ही दुकानों पर घराकी नहीं है। यदि यही दिवाली तक रह गया तो बुक स्टॉल और स्टेशनरी के मालिकों की हालत काफी ज्यादा खराब हो जाएगी।