सोशल मीडिया पर गलत जानकारी फैलाई तो अब खेर नहीं

गलत अफवा फैलाने वाले लोगों को पकड़ने के लिए गृहविभाग द्वारा सज्ज की गई टेकनोक्रेट टीम

देश में डिजिटल क्रांति आ रही है। इंटरनेट का उपयोग बढ़ रहा है। ऐसे में साइबर क्राइम में भी बढ़ोतरी हुई है। जिसके चलते राज्य के गृह विभाग ने सोशल मीडिया पर गलत जानकारी फैलाने वालों को पकड़ने के लिए साइबर एक्सपर्ट पुलिस को सक्रिय कर दिया है। इतना ही नहीं आनंद, साबरकांठा सहित राज्य में 14 साइबर सेल को मंजूरी दी गई है। अहमदाबाद साइबर क्राइम में साइबर आश्वत प्रोजेक्ट के तहत साइबर इन्सिडन्ट रिस्पांस युनिट, एन्टि साइबर बुलिंग युनिट, साइबर सुरक्षा के अलावा साइबर प्रिवेन्शन यूनिट कार्यरत किया गया है।
अब तक की बात करें तो साइबर क्राइम का शिकार बने 8323 लोगो को 18.11 करोड रुपए वापिस दिलाया गया। अहमदाबाद साइबर क्राइम को इसमें सफलता मिली है। साइबर बुलिंग का शिकार बनने वाले युवक और युवतियों को फोन करके उन्हें मानसिक हिम्मत और काउंसलिंग की जा रही है। 4109 लोगों की शिकायत के आधार पर कार्यवाही की गई है। टेक्नोक्रेट अपराधी आर्थिक धोखाधड़ी करते हैं।
अब तक 7,23,939 लोगों को मैसेज करके सावधान किया गया है। साइबर सुरक्षा लेबोरेटरी के माध्यम से लोगों के मोबाइल में रहे मालवेयर और स्पाइवेयर को दूर करके मोबाइल को सुरक्षित किया जाता है। 952 मोबाइल, 58 पेन ड्राइव और 2 मैमोरी कार्ड को स्कैन करके वायरस हटाए गए हैं। इसके अलावा गृहमंत्री प्रदीपसिंह जाडेजा द्वारा सूरत, वडोदरा और राजकोट में अत्यंत आधुनिक साइबर सेल कार्यरत किए गए थे।