गुजरात बोर्ड द्वारा कोरोना की महामारी के बीच ली जाएगी 12वीं की परीक्षा

गुजरात बोर्ड द्वारा कोरोना की महामारी के बीच ली जाएगी 12वीं की परीक्षा

50 प्रतिशत तक बढ़ाने पड़ेंगे एक्जाम सेंटर, जल्द ही घोषित होगा टाइमटेबल

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षण बोर्ड दसवीं-बारहवी के विद्यार्थियों की परीक्षा लेने के मूड में है लेकिन इसके खिलाफ 300 विद्यार्थियों ने सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखकर परीक्षा नहीं लेने की गुहार लगाई है।विद्यार्थियों ने मुख्य न्यायाधीश एनवी रमन्ना को विद्यार्थियों ने पत्र लिखकर बताया है कि विद्यार्थियों को अनिवार्य तौर से बुलाया जा रहा है जो कि हमें स्वीकार नहीं है। 
सुप्रीम कोर्ट परीक्षा में रूबरू उपस्थित रहने की बजाय दूसरे विकल्प ढूंढे अथवा परीक्षाओं को स्थगित कर दिया जाए। दिल्ली और महाराष्ट्र भी इन दिनों परीक्षाएं नहीं लेने के समर्थन में है। जानकारों का कहना है कि परीक्षा नहीं लेने से विद्यार्थियों के भविष्य पर असर पड़ सकता है। दूसरी ओर गुजरात में राज्य सरकार ने परीक्षाओं की तारीख घोषित कर दी है। इसके अनुसार 1 जुलाई से विज्ञान माध्यम के विद्यार्थियों के और कॉमर्स  तथा आर्ट के विद्यार्थियों की परीक्षाएं शुरू हो जाएंगी। परीक्षाओं के समय और पेटन्ट में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है। कुछ दिनों में ही पूरा रूपरेखा बता दी जाएगी। 
कोरोना के कारण इस साल मार्च में दसवीं और बारहवीं की घोषित की गई परीक्षाएं नहीं ली जा सकी थी जिसे कि,2 महीने विलंब से घोषित की गई लेकिन कोरोना की दूसरी लहर के कारण उसे भी रद्द कर दिया गया। राज्य सरकार ने एक बार फिर से कोरोना की गाइडलाइन के साथ कक्षा 12वीं साइंस और कॉमर्स के लगभग 6.83 लाख विद्यार्थियों की परीक्षा की घोषणा की है। जिसमें की 12वीं साइंस के 140000 विद्यार्थी और कॉमर्स के 533000 विद्यार्थी परीक्षा देंगे। 
सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि पहले की पेटेंट से परीक्षा ली जाएगी। एमसीक्यू आधारित परीक्षा के लिए विचार किया गया था लेकिन सरकार को उचित नहीं लगने के कारण सरकार ने बिना किसी परिवर्तन के यह फैसला किया है। यह परीक्षा बहुत खर्चीली है और बच्चों को 90 मिनिट पहले जाना पड़ता है। इसलिए पहले की तरह 12वीं की परीक्षा ली जाएगी इसमें 50% एमसीक्यू और 50% वर्णनात्मक सवाल पूछे जाएंगे। कुछ दिनों में बोर्ड की ओर से पूरा टाइम टेबल घोषित कर दिया जाएगा। कोरोना को ध्यान में रखते हुए प्रत्येक क्लास में 20 विद्यार्थियों को ही बैठने की छूट रहेगी।नई व्यवस्था के अनुसार ज्यादा क्लासरूम लगेंगे। पिछले साल कॉमर्स के लिए 475 क्लास बनाए  थे लेकिन इस बार 250  केंद्र और बनाने पड़ेगे। जो लोग किसी कारण से परीक्षा नहीं दे पाएंगे उन्हें 25 दिन बाद फिर से परीक्षा की व्यवस्था है।इतना ही नहीं 12वीं में दो विषय की सप्लीमेंट्री परीक्षाएं नहीं दे सके थे।उनके लिए अगस्त महीने में परीक्षाएं का आयोजन किया गया है।j