गुजरातः मुख्यमंत्री ने ‘तौकते’ से प्रभावित क्षेत्रों का दौराकर नुकसान का जायजा लिया, ग्रामीणों को दिया दिलासा, सरकार उनके साथ खड़ी है

गुजरातः मुख्यमंत्री ने ‘तौकते’ से प्रभावित क्षेत्रों का दौराकर नुकसान का जायजा लिया, ग्रामीणों को दिया दिलासा, सरकार उनके साथ खड़ी है

ऊना में समीक्षा बैठक कर समग्र परिस्थिति का मुख्यमंत्री ने किया आकलन, खेती और बागवानी फसलों को हुए नुकसान का सर्वे तत्काल कर किसानों की मदद की जाएगी

सीएम  विजय रूपाणी गुजरात में चक्रवाती तूफान ‘तौकते’ के चलते पैदा हुए हालात और विशेषकर तटीय जिलों के गांवों में मची तबाही, नुकसान का जायजा लेने और ग्रामीण नागरिकों की विपदा में सहभागी होने गुरुवार को ऊना तहसील के गराल  गांव पहुंचे। सीएम ने गांधीनगर से हवाई मार्ग के जरिए ऊना के गराल गांव पहुंचने तक मार्ग में आने वाले गांवों सहित विभिन्न इलाकों में ‘तौकते’ तूफान के कारण बनी विकट स्थिति और नुकसान का हवाई निरीक्षण भी किया। श्री रूपाणी ने ऊना के गराल गांव में इस चक्रवात के परिणामस्वरूप लोगों के मकान और खेतीबाड़ी को पहुंचे नुकसान का अंदाजा लगाने के लिए ग्रामीणों के साथ भावनात्मक बातचीत की। उन्होंने गराल  की महिला सरपंच मोंघीबेन और ग्रामीणों से इस चक्रवात द्वारा मचाई गई तबाही की आपबीती को संवेदनापूर्वक सुनते हुए लोगों को यह दिलासा दिया कि विपदा की इस घड़ी में राज्य सरकार ग्रामजनों के साथ खड़ी है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव  के. कैलाशनाथन, राजस्व विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री पंकज कुमार भी सीएम के साथ मौजूद थे। 
मुख्यमंत्री ने खेतों में खड़ी और बागवानी फसलों तथा मकानों को पहुंचे व्यापक नुकसान के संबंध में सर्वे का कार्य तत्काल शुरू कर ग्रामजनों को नियमानुसार राहत देने की प्रतिबद्धता व्यक्त की। उन्होंने गराल  गांव में चक्रवात ‘तौकते’ के कारण पैदा हुई परिस्थिति का जायजा लेने के बाद ऊना प्रांत अधिकारी के कार्यालय में जिला तंत्र के अधिकारियों और अग्रणियों के साथ समीक्षा बैठक कर समग्र स्थिति की गहराई से जानकारी हासिल की। 
मुख्यमंत्री ने बैठक में यह स्पष्ट किया कि चक्रवात से प्रभावित हुए ऊना सहित तटीय पट्टी की तहसीलों में जनजीवन को युद्धस्तर पर फिर से बहाल करने को राज्य सरकार संकल्पबद्ध है। उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों में नुकसान का प्राथमिक अनुमान तैयार करने के लिए जिला तंत्र को मार्गदर्शन दिया। उन्होंने चक्रवात के चलते प्रभावित हुई बिजली और पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं की आपूर्ति का तत्काल निवारण कर समयसीमा के भीतर आपूर्ति बहाल करने के निर्देश दिए। इस उद्देश्य से विद्युत  मरम्मत के कार्य में जुटे 200 कर्मचारियों के अलावा कल यानी शुक्रवार तक और 300 कर्मचारियों को अन्य जिलों से बुलाकर विद्युत सेवा को तत्काल पूर्ववत करने का भी उन्होंने निर्देश दिया। 
मुख्यमंत्री ने गरीब वर्ग के लोगों सहित अन्य लोगों के मकानों को पहुंचे नुकसान का सर्वे सकारात्मक रवैये के साथ करने तथा ऊना नगर पालिका क्षेत्र में तत्काल साफ-सफाई करने, सड़कों पर पेड़ों के धराशायी होने के कारण रुकावटों को दूर करने तथा अन्य बहाली के कार्यों के लिए आवश्यकता पड़ने पर अतिरिक्त मानवबल अन्य तहसीलों और जिलों से बुलाकर आगामी दो दिनों में इन कार्यों को पूरा करने की भी ताकीद की।
गिर-सोमनाथ जिले में 170 गांवों में चक्रवात के कारण जलापूर्ति व्यवस्था बाधित हुई थी। जिला तंत्र ने युद्धस्तर पर जनरेटर लगाकर पानी की जरूरत को पूरी करने के लिए 24 घंटे में काम को पूरा किया है। अब केवल 64 गांवों में यह काम बाकी है जिसे शुक्रवार शाम तक पूरा करने का निर्देश मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को दिया है। समीक्षा बैठक में जिला कलक्टर  अजय प्रकाश ने मुख्यमंत्री को गिर-सोमनाथ जिले के प्रशासन द्वारा किए जा रहे राहत और बचाव कार्यों का संपूर्ण ब्यौरा दिया। 
गराल में मुख्यमंत्री के साथ मंत्री पुरुषोत्तमभाई सोलंकी, सांसद राजेशभाई चूड़ास्मा, पूर्व मंत्री जशाभाई बारड़, पूर्व विधायक  केसी राठोड़, राजशीभाई जेठवा, जेठाभाई सोलंकी, गोविंदभाई परमार, जिला भाजपा अध्यक्ष  मानसीभाई परमार, अग्रणी झवेरीभाई ठकरार, रेंज आईजी मनिंदर सिंह पवार, जिला विकास अधिकारी रविन्द्र खताले सहित कई अधिकारी और पदाधिकारी ऊना प्रांत कार्यालय में हुई बैठक में उपस्थित थे। 
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