गुजरात : राजस्थान में कम हुई कोरोना टेस्टिंग की कीमत तो इस कोंग्रेसी नेता ने की गुजरात में भी टेस्टिंग की कीमत कम करने की मांग

गुजरात : राजस्थान में कम हुई कोरोना टेस्टिंग की कीमत तो इस कोंग्रेसी नेता ने की गुजरात में भी टेस्टिंग की कीमत कम करने की मांग

अशोक गहलोत ने राजस्थान में आरटीपीसीआर की कीमतों को घटाकर किया 350

देश के अन्य राज्यों सहित गुजरात में फैले कोरोना संकट को देखते हुए गुजरात सरकार ने सोमवार को आरटी-पीसीआर टेस्ट की कीमत घटाकर 700 रुपये कर दी थी। लेकिन इसके बाद भी कांग्रेसी नेता अमित चावड़ा ने इसका विरोध करते हुए कहा कि कीमत अभी भी बहुत अधिक है और इसकी कीमत को और कमी की मांग की है। उन्होंने एक ट्वीट में कहा कि राजस्थान में अशोक जी की सरकार ने RTPCR टेस्ट के दर घटाकर 350 रुपए कर दी है, गुजरात से तो देश के प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृहमंत्री है, फिर भी टेस्टिंग के लिए 800 से ज्यादा रुपये लेकर गुजरातीओ को लुटा क्यों जा रहा है? विजयभाई रूपाणी जी तुरंत टेस्टिंग के दर 350 करे।
आपको बता दें कि उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने कहा कि राज्य सरकार ने राज्य में मौजूदा कोरोना स्थिति के बारे में मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के साथ चर्चा करने के बाद परीक्षण की लागत को कम करने का फैसला किया है। अंतर्निहित अस्पताल से या रोगी के घर पर लिए गए नमूने का शुल्क वर्तमान में है रु. 1100 जिसमें रु. 200 रुपये को घटाकर 900 रुपये कर दिया गया है और प्रयोगशाला में किए गए परीक्षण का शुल्क वर्तमान में रुपये है। जिसमें से 800 रु. 100 रुपये घटाकर रु. 700 का फैसला किया गया है। मूल्य में कमी के इस निर्णय को राज्य की सभी निजी प्रयोगशालाओं को दिनांक 20.04.2021 से लागू करना होगा।
गुजरात की सरकारी प्रयोगशाला द्वारा पूरे राज्य में कोरोना के संबंध में आरटी-पीसीआर और एंटीजन परीक्षण नि: शुल्क किए जा रहे हैं, इसका विवरण देते हुए, उप मुख्यमंत्री ने कहा कि 18.04.2021 को आरटी-पीसीआर के 73,711 परीक्षण और एंटीजन के 92,000 परीक्षण मिलकर कुल 1,65,711 परिक्षण किए गए थे। अब तक, 40,99,578 आरटी-पीसीआर और 1,19,16,927 एंटीजन परीक्षण सहित कुल 1,60,16,505 परीक्षण किए गए हैं। 
उपमुख्यमंत्री ने कोरोना मरीजों को ऑक्सीजन की सुविधा तत्काल उपलब्ध कराने के महत्व की घोषणा करते हुए कहा कि राज्य सरकार ने 11 अस्पतालों में कोविड मरीजों के इलाज के लिए पीएसए मेडिकल ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट लगाने का भी फैसला किया है। इन अस्पतालों में अहमदाबाद की सिविल अस्पताल में 2000 एलपीएम की क्षमता वाले और सोला जीएमईआरएस अस्पताल और वडोदरा के गोत्री जीएमईआरएस अस्पताल में 1200 एलपीएम वाले, साथ ही पाटण के धारपुर जीएमईआरएस अस्पताल, जूनागढ़ के जीएमईआरएस अस्पताल, सामान्य अस्पताल, बोटाद, लूनावाड़ा, मेहसाणा, पोरबंदर, सुरेंद्रनगर और वेरावल में 700 एलपीएम की क्षमता वाले मेडिकल ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट स्थापित करने की योजना है। इससे कोरोना के मरीजों को ऑक्सीजन मुहैया कराकर उनकी जान बचाई जा सकेगी।
उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने कहा कि कोरोना के मौजूदा हालात को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने नागरिकों को स्वास्थ्य उपचार में मदद के लिए माँ-कार्ड की वैधता 30 जून 2021 तक बढ़ाने का अहम फैसला लिया है। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि जिन नागरिकों का माँ कार्ड 31.03.2021 को समाप्त हो गया है ऐसे नागरिकों के लिए वर्तमान कोरोना स्थिति को ध्यान में रखते हुए, माँ-कार्ड की वैधता को तीन महीने के लिए यानि 30.06.2021 तक बढ़ाने का निर्णय लिया गया है।