72 साल की प्रज्ञाचक्षु महिला ने दी 15 दिन में कोरोना को मात

72 साल की प्रज्ञाचक्षु महिला ने दी 15 दिन में कोरोना को मात

हर दिन 15 लीटर चढ़ाया गया ऑक्सीज़न, रोजाना पीती थी चार लीटर पानी

राज्य में कोरोना के कई केस सामने आ रहे है। अधिकतर केसों में कोरोना की गंभीरता के बजाय मनुष्य की घबराहट की वजह से उसे अधिक तकलीफ़ों का सामना करना पड़ा हो ऐसा सामने आया है। ऐसे में एक ऐसा मामला सामने आया है, जो सभी के लिए एक उदाहरणस्वरूप है। गुजरात के उंझा की रहने वाली एक अंध बुजुर्ग महिला ने अपने मजबूत मनोबल की सहायता से गंभीर स्थिति मे बावजूद कोरोना को हराने में सफलता हांसील की थी। 
विस्तृत जानकारी के अनुसार, उंझा के आलोक बंगलोज में रहने वाले बकुलेश भाई ईश्वर भाई प्रजापति और उनकी माता रईबेन प्रजापति को कोरोना संक्रमण हुआ था। रईबेन दोनों आंखो से देख नहीं सकती थी और जिस समय रईबेन को अस्पताल में भर्ती किया गया उस समय उनकी हालत काफी ज्यादा खराब थी। रईबेन को पहले से ही बीपी और डायाबिटिस की बीमारी थी। कोरोना के कारण उनको सांस लेने में दिक्कत होने लगी और इसके साथ ही उनका ऑक्सीज़न लेवल 60 तक पहुँच गया था। 
रईबेन का इलाज करने वाले डॉक्टर गौरव प्रजापति का कहना है की 13 तारीख की रात को जब उन्हें भर्ती किया गया तो उनकी स्थिति काफी क्रिटिकल थी। माजी दोनों आंखो से देख नहीं सकती थी, फिर भी स्टाफ को पूरी तरह से सहकार दे रही थी। हर दिन उन्हें 15 लीटर ऑक्सीज़न दिया जाता था, जिसके चलते उनका ऑक्सीज़न लेवल 90 प्रतिशत तक आ गया था। इसके अलावा रेमड़ेसिविर और प्लाज्मा थेरेपी के द्वारा उनका इलाज करवाया गया। माजी को हर दिन चार घंटे उल्टे सोने और 4 लीटर पानी पीने की सलाह दी गई थी। अब वह पूरी तरह से ठीक है। 
रईबेन अस्पताल के स्टाफ के बारे में बात करते हुये कहते है कि अब उनकी तबीयत काफी ठीक है। स्टाफ ने उनकी काफी सेवा की है। नख काटने के लिए भी अस्पताल का स्टाफ ही आता था। लोग काफी ध्यान रखते थे।