चिकित्सकों की पीड़ा, ऑक्सिजन और इंजेक्शन की कमी के चलते इलाज कैसे करें!

चिकित्सकों की पीड़ा, ऑक्सिजन और इंजेक्शन की कमी के चलते इलाज कैसे करें!

अहमदाबाद सिविल में रोज आ रही है 100 इंजेक्शन की इन्क्वायरी, मरीजों के लिए कम पड़ रहे है बेड

पिछले कुछ दिनों से वैश्विक महामारी कोरोना ने कुछ ज्यादा ही आतंक मचा रखा है। लगातार बढ़ रहे पॉज़िटिव केसों के अलावा राज्य और देश भर में मृत्यु आंक भी बढ़ रहा है। अस्पताल में बढ़ रहे केसों के कारण बेड की कमी होने लगी है और इलाज के लिए जरूरी इंजेक्शन भी आसानी से नहीं मिल रहे है। ऐसे में चिकित्सकों को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जब इलाज करने के लिए साधन ही नहीं है तो इलाज कैसे हो, यह सबसे बड़ा प्रश्न है। 
देश भर में कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने मरीजों की हालत बिगाड़ दी है। वायरस के इस दूसरे स्ट्रेन में लोगों को ऑक्सीज़न की सबसे ज्यादा जरूरत पड़ रही है। ऑक्सीज़न के अलावा टोसिलिझूमेब इंजेक्शन की सबसे ज्यादा जरूरत पड़ रही है। पर इन सभी चीजों की किल्लत का सामना चिकित्सकों को करना पड़ रहा है। चिकित्सकों की कुछ ऐसी ही असहाय परिस्थिति का आभास तब हुआ जब अहमदाबाद की नर्सिग होम असोशिएशन के व्हाट्सएप ग्रुप का एक फोटो वायरल हुआ था, जहां एक यूनिट में काम करने वाले चिकित्सक अन्यों के पास ऑक्सीज़न के बारे में जानकारी ले रहे है। 
(Photo Credit : divyabhaskar.co.in)
वायरल हुये फोटो में देखा जा सकता है की जब एक चिकित्सक ने ऑक्सीज़न की मांग की तो उसे जवाब मिला की, उनका ऑक्सीज़न भी दो से तीन घंटे में खतम हो जाएगा। बता दे की अस्पतालों में बेड के साथ साथ ऑक्सीज़न की कमी भी हो रही है। निजी अस्पतालों के ओक्सिजन उपयोग में दो से तीन गुना इजाफा हो गया है। जिसके चलते सभी को ऑक्सीज़न की कमी का सामना करना पड़ रहा है। खुद चिकित्सक भी इमर्जन्सी में ऑक्सीज़न का सप्लाइ दे सके ऐसे किसी सप्लायर को ढूंढ रहे है।
बता दे की अहमदाबाद की सिविल अस्पताल में हर 20 मिनिट में एक मरीज की मौत हो रही है। पिछले 24 घंटे में 77 मृतदेहों को कोविड प्रोटोकॉल के तहत श्मशान भेजा जा चुका है। इसके अलावा इंजेक्शन की जानकारी लेने के लिए भी लोग काफी परेशान है। अहमदाबाद सिविल अस्पताल में हर दिन लगभग 100 इन्क्वायरी इंजेक्शन के लिए आ रही है।