बेटे की शादी के संदर्भ में घूम रहे फर्जी संदेश पर मुख्यमंत्री विजय रुपानी ने ट्वीट कर कही ये बात

बेटे की शादी के संदर्भ में घूम रहे फर्जी संदेश पर मुख्यमंत्री विजय रुपानी ने ट्वीट कर कही ये बात

सरकार का एक मात्र लक्ष्य कोरोना को हराना, सूरत में खड़ी की जाएगी 800 बेड की एक और कोविड अस्पताल

गुजरात में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए राज्य में लॉकडाउन की बात ने जोर पकड़ लिया है। इसके बाद सीएम विजय रुपाणी सूरत के दौरे पर आए और यहां कोरोना में स्थिति की समीक्षा की और फिर देर रात उन्होंने रात के कर्फ्यू को एक घंटे और बढ़ाने की घोषणा की और साथ ही ये भी बताया कि फ़िलहाल तालाबंदी की कोई योजना नहीं है। लेकिन लॉकडाउन की घोषणा नहीं होने पर भी सोशल मीडिया पर एक संदेश तेजी से वायरल हो रहा था। इस संदेश में लिखा गया है, "अभी गुजरात में कोई लॉकडाउन नहीं होगा, क्योंकि विजय रूपानी के बेटे की शादी हो रही है।" इस प्रकार के संदेश के वायरल होने के बाद विजय रूपानी को खुद ही सामने आ कर जानकारी देनी पड़ी।
सीएम विजय रुपाणी ने सोशल मीडिया पर वायरल मैसेज का जवाब दिया और कहा, "मेरे बेटे की मई में शादी होने वाली सारी बातें अफवाह और बेकार हैं।" इस तरह की कोई योजना पूर्व निर्धारित नहीं और ना ही मई में ऐसा कुछ होने वाला है। यह सिर्फ सोशल मीडिया में वायरल हो रही फर्जी खबर है। फिलहाल, मेरी और मेरी सरकार की एकमात्र योजना गुजरात में कोरोना के संक्रमण को रोकना है।
मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने कहा कि गुजरात सरकार कोरोना के खिलाफ जुनून से काम कर रही थी। चूंकि देश के बाकी हिस्सों के साथ गुजरात में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं, राज्य सरकार परीक्षण और ट्रैकिंग को और अधिक प्रभावी बनाने पर काम कर रही है। मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने आज रात गांधीनगर में कोर समिति के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक के बाद कहा कि हाई-कोर्ट के मार्गदर्शन और सलाह के अनुसार आज से 30 अप्रैल तक गुजरात के सभी नगरपालिका शहरों सहित राज्य के 20 प्रमुख शहरों में रात 8 बजे से सुबह 6 बजे तक कर्फ्यू लगाया जाएगा।
मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने कहा कि राज्य में सभी राजनीतिक और सामाजिक समारोहों को स्थगित करने का निर्णय लिया गया है। किसी भी सभा में 50 से अधिक व्यक्तियों को अनुमति नहीं दी जाएगी। गांधीनगर नगर निगम और मोरवा क्षेत्र में चुनाव आयोग के दिशानिर्देशों और निर्देशों का पालन करना होगा। यही नहीं, अप्रैल महीने के दौरान राज्य सरकार के सभी कार्यालय सभी शनिवार को बंद रहेंगे। मुख्यमंत्री ने सरकारी कार्यालयों में आने वाले आवेदकों से यह भी अनुरोध किया कि यदि उनका काम महत्वपूर्ण है तो ही सरकारी कार्यालयों का दौरा करें। कोरोना मामलों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर, मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने गुजरात के नागरिकों से अपील की है कि वे घर से तभी बाहर निकलें जब यह बिल्कुल जरूरी हो। साथ ही उन्होंने कहा कि मास्क अनिवार्य कर दिया गया है और इस नियम के कड़ाई से पालन के लिए प्रशासन को सख्त निर्देश दिए गए हैं।
गांधीनगर कोर कमेटी की बैठक के बाद, मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने कहा कि आज सूरत में स्थिति की समीक्षा करने के लिए कोर कमेटी के सदस्य सूरत  गए। सूरत के पदाधिकारियों, डॉक्टरों, सूरत के सांसदों, विधायकों, जिला पंचायत अध्यक्षों, महापौरों आदि के साथ बैठक के बाद सूरत में कोरोना को लेकर कई निर्णय लिए गए। गांधीनगर में आकर भारत सरकार के गृह मंत्री अमित शाह, स्वास्थ्य सचिव, प्रधान मंत्री कार्यालय के प्रधान सचिव पी. के मिश्रा सहित वरिष्ठ अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस की गई। गुजरात को भारत सरकार से लगातार मार्गदर्शन मिल रहा है। केंद्र सरकार गुजरात को लेकर चिंतित है। अमित शाह से विशेष मार्गदर्शन भी प्राप्त कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत सरकार से पर्याप्त मदद मिल रही है। भारत सरकार के विशेषज्ञ डॉक्टरों की एक टीम विशेष रूप से गुजरात आएगी और कोरोना के बारे में मार्गदर्शन देगी।
कोर कमेटी में लिए गए फैसलों पर विस्तार से चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि गुजरात में परीक्षण में तेजी की जाएगी। साथ ही आरटी-पीसीआर परीक्षण की संख्या भी बढाई जाएगी। इससे कोरोना के मामलों का पता लगाकर जल्दी से इलाज किया जा सकेगा। इससे हम कोरोना मुक्त गुजरात बनाने में आगे बढ़ सकें। इसी तरह, ट्रेसिंग पर विशेष जोर दिया गया है। कोरोना संक्रमित लोगों से बीते 24-48 घंटे में सम्पर्क में आने वाले लोगों की जाँच की जाएगा ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वो संक्रमित है या नहीं और उनके संक्रमित होने पर उनका इलाज जल्दी हो सके।
साथ ही पुलिस को कंटेंटमेंट जोन में कड़ाई से नियमों का पालन कराने की जिम्मेदारी दी गई है। नगर निगमों के आयुक्त और कलेक्टर क्षेत्र में नागरिकों के आने जाने पर नियंत्रण करेंगे। उन्होंने आगे कहा कि राज्य सरकार ने राज्य में पर्याप्त मात्रा में रेमेडेसवीर इंजेक्शन की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए तीन लाख इंजेक्शनों का आदेश दिया है और इसकी आपूर्ति जल्द शुरू करने के आदेश दिए गए हैं। रेमेडिसविर के इंजेक्शनों को राज्य के सरकारी अस्पतालों में नि: शुल्क प्रदान किया जाएगा, जबकि राज्य सरकार द्वारा निजी अस्पतालों को बिना किसी लाभ-हानि के इंजेक्शन दिया जाएगा। इंजेक्शन को मात्र दो दिनों में सूरत, वडोदरा, अहमदाबाद और राजकोट सहित सभी जिलों में पहुंचा दी जाएगी।
कोरोना मामलों के बढ़ें के साथ साथ राज्य में ऑक्सीजन की मांग भी बढ़ गई है। इसे लेकर राज्य सरकार ने आज फैसला किया है कि राज्य में ऑक्सीजन उद्योगों से उत्पादित ऑक्सीजन का 70 प्रतिशत ऑक्सीजन कोरोना के लिए स्वास्थ्य विभाग के लिए आरक्षित किया जा रहा है और 30 प्रतिशत अन्य उपयोग के लिए रखा जाएगा। राज्य के अस्पतालों में बिस्तरों की संख्या बढ़ाने के लिए भी व्यापक योजनाएं बनाई गई हैं। छोटे नर्सिंग होम को भी हल्के और स्पर्शोन्मुख रोगियों के इलाज की अनुमति है। प्रत्येक जिले में नर्सिंग होम में अधिक लोगों के रहने और बेहतर इलाज की व्यवस्था की गई है। उपचार की व्यवस्था के लिए कोविद केयर सेंटर, समरस अस्पताल या कम्युनिटी हॉल में उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने कहा है कि सूरत में 800 बेड की एक प्रणाली उपलब्ध कराई जानी है जो कल से उपलब्ध हो जाएगी।
गौरतलब है कि राज्य में टीकाकरण का कार्य भी जोरों पर है। उन्होंने 45 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों से भी टीका लगवाने की अपील की क्योंकि हर दिन चार लाख से अधिक नागरिकों को टीका लगाया जा रहा है।