
गुजरातः मुख्यमंत्री आज पाटण के वडावली गांव में करेंगे सुजलाम सुफलाम जल अभियान का प्रारंभ
By Loktej
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पूरे अभियान से मौजूदा वर्ष में जल संचय क्षमता में होगी 20 हजार लाख घनफुट की बढ़ोतरी
पूरे राज्य में 31 मई तक चलेगा सुजलाम सुफलाम जल अभियान
मुख्यमंत्री विजय रूपाणी गुजरात को पानीदार-वाटर सरप्लस स्टेट बनाकर जल समृद्ध गुजरात की प्रतिबद्धता के साथ सुजलाम सुफलाम जल अभियान के चौथे चरण का गुरुवार, 1 अप्रैल को पाटण जिले की चाणस्मा तहसील के वडावळी गांव में शुभारंभ करेंगे। यह राज्यव्यापी अभियान आगामी 31 मई तक चलेगा।
सुजलाम सुफलाम जल अभियान के अंतर्गत जल संग्रहण के तालाबों को गहरा करना, मौजूदा चेकडैम से गाद निकालना और मरम्मत, जलाशयों की गाद निकालना, तालाबों की पाल और वेस्ट वियर (रपटा) का मजबूतीकरण, नहरों की साफ-सफाई, मरम्मत और रखरखाव तथा नदी, नालों और छोटी नहरों की साफ-सफाई के साथ ही नदियों को पुनर्जीवित करने जैसे विभिन्न महत्वपूर्ण कार्य शुरू किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की प्रेरणा से शुरू होने वाले सुजलाम सुफलाम जल अभियान के चौथे चरण के आयोजन को राज्य सरकार ने मंजूरी प्रदान कर दी है। मुख्यमंत्री इस अभियान की शुरुआत पाटण जिले की चाणस्मा तहसील के वडावळी गांव के तालाब को जनभागीदारी से गहरा करने के कार्य से कराएंगे। इस तालाब के गहरा होने के परिणामस्वरूप तालाब की जल संग्रहण क्षमता 10 लाख घनफुट की हो जाएगी।
पूरे राज्य में सुजलाम सुफलाम जल अभियान के चौथे चरण के दौरान जनभागीदारी से स्वैच्छिक संस्थाएं, उद्योग समूह, शैक्षणिक संस्थाएं तथा राज्य सरकार के उपक्रमों के सहयोग से कुल 48,564 लाख रुपए की लागत से 18,582 जल संग्रहण के कार्य शुरू करने का आयोजन किया गया है। इन कार्यों के चलते लगभग जल संचयन की क्षमता में 20,000 लाख घनफुट की बढ़ोतरी होगी। इन सभी कार्यों के लिए लगभग 4500 से अधिक एक्सीवेटर और 15,000 से अधिक ट्रैक्टर व डंपर का उपयोग किया जाएगा।
जल संसाधन विभाग ने सुजलाम सुफलाम जल अभियान के इस वर्ष के जिन 18,582 कार्यों का आयोजन किया है उसके तहत जनभागीदारी से 6323 तालाब, चेकडैम और जलाशयों को गहरा करने एवं गाद निकालने का काम किया जाएगा। इस उद्देश्य से 60 फीसदी खर्च राज्य सरकार और 40 फीसदी खर्च स्वैच्छिक संस्था या दानदाता करेंगे।
इतना ही नहीं, मनरेगा योजना के अंतर्गत 6681 तालाबों और चेकडैमों को गहरा करने तथा परंपरागत जलस्रोतों के नवीनीकरण का कार्य और खेत तालाबों के कार्यों के जरिए लगभग 60 लाख मानव दिवस रोजगार पैदा करने की भी माइक्रो प्लानिंग की गई है।
मुख्यमंत्री विजय रूपाणी द्वारा वर्ष 2018 से राज्य में शुरू कराए गए जल समृद्धि के इस अभियान के तहत पिछले तीन वर्षों में राज्यभर में जल संग्रह स्रोत की साफ-सफाई और वृद्धि करने के कार्यों के अंतर्गत 16,170 तालाबों को गहरा किया गया है। सुजलाम सुफलाम जल अभियान के अंतर्गत हुए इन कार्यों और अच्छी बारिश के परिणामस्वरूप राज्य में प्रचुर मात्रा में जल संग्रहण होने से भूमिगत जलस्तर भी ऊंचा उठा है।
मुख्यमंत्री द्वारा वर्ष 2020 में कोरोना की वैश्विक महामारी के बीच भी इस जल संग्रहण अभियान के लिए राज्य सरकार के तंत्र को प्रोत्साहित करने से 20 अप्रैल से 10 जून-2020 तक केवल 51 दिनों की छोटी अवधि में सुजलाम सुफलाम जल अभियान के तीसरे चरण में 11,072 कार्य जनभागीदारी और मनरेगा के तहत कर 30 लाख से अधिक मानव दिवस रोजगार पैदा किया गया था।
सुजलाम सुफलाम जल अभियान के कार्यों के अंतर्गत खुदाई से मिलने वाली मिट्टी का उपयोग आसपास चल रहे सरकारी कार्यों, किसानों के खेतों और अन्य सार्वजनिक कार्यों में किया जाता है। इस मिट्टी के इस्तेमाल पर किसानों को किसी तरह की रॉयल्टी नहीं देनी पड़ती।
इस जल संचय अभियान से राज्यभर में जल संग्रहण में बढ़ोतरी होने से भूगर्भ जलस्तर ऊंचा उठा है तथा स्थानीय स्तर पर घरेलू और पशुओं के पेयजल की समस्या का समाधान हुआ है। भूगर्भ जलस्तर के ऊंचा उठने से खेत उत्पादन में बढ़ोतरी और पर्यावरण में सुधार हुआ है।
मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के मार्गदर्शन से शुरू हुए इस अभियान के कार्यों को राष्ट्रीय स्तर पर ध्यान में लेते हुए गुजरात के इस अभिनव प्रयोग की सराहना की गई है। अब, इस अभियान का चौथा चरण 1 अप्रैल, 2021 से 31 मई, 2021 के दौरान राज्यभर में आयोजित होगा।
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