कोरोना इफ़ेक्ट : होली की पिचकारी-रंगों के कारोबारियों को नुकसान का अंदेशा

कोरोना इफ़ेक्ट : होली की पिचकारी-रंगों के कारोबारियों को नुकसान का अंदेशा

सरकार द्वारा जारी दिशानिर्देशों के कारण लोग नहीं खरीद रहे है पिचकारी

कोरोना के कारण इस बार होली-धुलेटी का त्यौहार फीका रहेगा। महामारी का बुरा असर व्यापार उद्योग पर भी पड़ रहा है। सीजनेबल व्यापार करने वाले व्यपारियों का पूरा व्यापार चौपट हो जाने की आशंका नजर आ रही है। धुलेटी के त्यौहार पर भी कोरोना का असर होने से रंगों का व्यापार तो पहले से ही दिख रहा है, लेकिन अब पिचकारियों की बिक्री भी कम रहे ऐसी आशंका दिख रही है। 
पिचकारियों का स्टोक लगा
कुछ दिनों तक कोरोना का संक्रमण कम होने के कारण व्यापारियों ने सोचा कि होली पर अच्छा व्यापार रहेगा। इस गिनती के साथ उन्होंने रंग बिरंगी और नई नई डिजाइन वाली पिचकारी का स्टोक कर लिया। लेकिन इस बार प्रशासन ने होली को कम लोगों के बीच मनाने और धुलेटी पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसके चलते रंगो के त्यौहार होली और धुलेटी पर ग्रहण लग गया है। इस बार व्यापार भी 50% कम हो जाएगा ऐसी संभावना व्यापारी बता रहे हैं। 
पचास प्रतिशत ही व्यापार
25 साल से सीजनेबल व्यापार करने वाली रंजन बेन पटेल ने मीडिया को बताया कि इस बार हमने पहले की अपेक्षा स्टॉक कम रखा है लेकिन वह भी नहीं बिक पा रहा है। कोरोनावायरस  के कारण प्रशासन से डरते हुए लोगों ने होली और धुलेटी पर रंगों के साथ बनाने के बजाय सामान्य ढंग से मनाने का फैसला किया है इस कारण व्यापार पचास प्रतिशत ही रहेगा।
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