एनसीईआरटी, आईआईटी-मद्रास ने शैक्षिक अनुसंधान एवं विकास के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए
नयी दिल्ली, 29 अक्टूबर (भाषा) राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) ने शिक्षा में प्रौद्योगिकी नवाचार और अनुसंधान में सहयोग को बढ़ावा देने के लिए आईआईटी-मद्रास के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि इस सहयोग का उद्देश्य शैक्षिक पारिस्थितिकी तंत्र में पहुंच, समावेशिता और गुणवत्ता में सुधार के लिए कृत्रिम मेधा (एआई) और ‘मशीन लर्निंग’ (एमएल) सहित अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी का लाभ उठाना है।
स्कूल शिक्षा सचिव संजय कुमार ने कहा, ‘‘नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) और नयी राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा के दृष्टिकोण और लक्ष्यों को साकार करने के लिए यह सहयोगात्मक प्रयास महत्वपूर्ण है। बच्चों को उनकी मातृभाषा में शिक्षा देने के मद्देनजर सभी पुस्तकों को डिजिटल बनाने और 22 अनुसूचित भाषाओं में उपलब्ध कराने की आवश्यकता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘व्यक्तिगत रूप से अनुकूल शिक्षण (पीएएल) को विकसित करने की जरूरत है और एआई टूल का उपयोग करके भविष्य के कौशल की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अच्छे शैक्षणिक और तकनीकी उपकरणों को विकसित करने की भी जरूरत है।’’
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), मद्रास के साथ एमओयू का उल्लेख करते हुए एनसीईआरटी के अध्यक्ष दिनेश सकलानी ने कहा, ‘‘यह सहयोग सुलभ और समावेशी शिक्षा के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग करके एनईपी-2020 के दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
