बुकर फाउंडेशन ने नये चिल्ड्रन बुकर पुरस्कार की शुरूआत की, विजेता को मिलेगा 50,000 पाउंड

बुकर फाउंडेशन ने नये चिल्ड्रन बुकर पुरस्कार की शुरूआत की, विजेता को मिलेगा 50,000 पाउंड

लंदन, 24 अक्टूबर (भाषा) बुकर प्राइज फाउंडेशन ने शुक्रवार को काल्पनिक कहानियों के लिए एक नया ‘चिल्ड्रन बुकर पुरस्कार’ शुरू करने की घोषणा की जिसका चयन बाल और वयस्क निर्णायकों द्वारा संयुक्त रूप से किया जाएगा।

यह प्रतिष्ठित वार्षिक पुरस्कार प्रदान करने वाले बुकर प्राइज फाउंडेशन ने कहा कि इस पुरस्कार के पहले संस्करण के नामांकन की शुरूआत 2026 में होगी और 2027 से यह प्रतिवर्ष प्रदान किया जाएगा। इसके तहत विजेता को 50,000 पाउंड (करीब 59 लाख रुपये) दिया जाएगा।

फाउंडेशन ने कहा कि यह पुरस्कार आठ से 12 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए सर्वश्रेष्ठ समकालीन कथा साहित्य के क्षेत्र में ऐसी रचना को दिया जाएगा, जो अंग्रेजी में लिखी गई या अनुवादित हो तथा ब्रिटेन और/या आयरलैंड में प्रकाशित हुई हो।

बुकर प्राइज फाउंडेशन की मुख्य कार्यकारी अधिकारी गैबी वुड ने कहा, ‘‘बाल बुकर पुरस्कार 20 वर्षों में हमारा सबसे महत्वाकांक्षी प्रयास है और हमें उम्मीद है कि इसका प्रभाव आने वाले दशकों तक बना रहेगा।’’

वुड ने कहा कि यह सिर्फ एक पुरस्कार नहीं है बल्कि यह एक आंदोलन का हिस्सा है। उन्होंने कहा, ‘‘एक ऐसा उद्देश्य जिसके पीछे बच्चे, माता-पिता, शिक्षक और किस्सागोई करने वाला दुनिया का हर व्यक्ति खड़ा हो सकता है।’’

एकेओ फाउंडेशन के सहयोग से, चयनित एवं विजेता पुस्तकों की कम से कम 30,000 प्रतियां उपहार में दी जाएंगी, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि अधिक से अधिक बच्चे विश्व की सर्वश्रेष्ठ कहानियों को पढ़ सकें।

ब्रिटिश लेखिका पेनेलोप लाइवली 10 नवंबर को लंदन में आयोजित होने वाले इस वर्ष के बुकर पुरस्कार समारोह में नये बाल पुरस्कार पर मुख्य भाषण देंगी।

लेखिका किरण देसाई को उनके उपन्यास 'द लोनलीनेस ऑफ सोनिया एंड सनी' के लिए अंतिम सूची में शामिल किया गया है। इससे पहले उन्होंने 2006 में 'द इनहेरिटेंस ऑफ लॉस' के लिए यह पुरस्कार जीता था।

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