यूरोपीय देशों में कई हवाई अड्डों पर दूसरे दिन भी दिखाई दिया साइबर हमले का असर
ब्रसेल्स, 21 सितंबर (एपी) कई यूरोपीय हवाई अड्डों पर ‘चेक-इन’ प्रणालियों को प्रभावित करने वाले साइबर हमले का असर रविवार को दूसरे पूरे दिन भी जारी रहा। कई यात्री उड़ान रद्द या विलंबित करनी पड़ीं और हवाई अड्डों को यात्रा योजनाओं को होने वाले नुकसान को सीमित करने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।
शुक्रवार देर रात से ब्रसेल्स, लंदन और बर्लिन के प्रमुख हवाई अड्डों पर इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम में व्यवधान शुरू हो गया था, जिससे ‘चेक-इन’ में बाधा आई और कर्मचारियों को हाथ से बोर्डिंग पास बनाने या बैकअप लैपटॉप का इस्तेमाल करने जैसे विकल्प आजमाने पड़े। कई अन्य यूरोपीय हवाई अड्डे इससे कोई प्रभाव नहीं पड़ा।
अभी यह स्पष्ट नहीं है कि साइबर हमले में किसका हाथ है, हालांकि विशेषज्ञों ने हैकर्स और आपराधिक संगठनों पर संदेह जताया है।
साइबर हमले ने कॉलिन्स एयरोस्पेस के सॉफ्टवेयर को प्रभावित किया, जिससे चेक-इन, बोर्डिंग पास और बैग टैग प्रिंटिंग और सामान भेजने में मदद मिलती है। अमेरिकी कंपनी ने शनिवार को यूरोप के "कुछ" हवाई अड्डों पर उसके सॉफ्टवेयर में "साइबर संबंधी व्यवधान" की बात कही।
रविवार को लंदन के हीथ्रो और बर्लिन के ब्रांडेनबर्ग हवाई अड्डों के प्रस्थान बोर्ड पर आगमन और प्रस्थान के सुचारू होने के संकेत दिखाई दे रहे थे, लेकिन ब्रुसेल्स हवाई अड्डे पर अब भी काफी समस्याएं थीं।