ईरान के हमलों से इजराइल को बचाने में अमेरिका का मिसाइल स्टॉक खत्म!
पेंटागन परेशान, थार्ड एयर डिफेंस सिस्टम का स्टॉक भरने में लगेंगे कई साल
वॉशिंगटन, 27 जुलाई (वेब वार्ता)। ईरान के एडवांस बैलिस्टिक मिसाइल हमलों से इजराइल को बचाने के लिए अमेरिका ने अरबों डॉलर के मिसाइल स्टॉक खत्म हो गए हैं।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक खुलासा हुआ है कि अमेरिका के थार्ड एयर डिफेंस सिस्टम के 14 फीसदी स्टॉक खत्म हो चुके हैं, जिसके बाद अमेरिका को फिर से स्टॉक भरने में कम से कम 3 से 8 साल लग जाएंगे।
अमेरिका के शोधकर्ताओं की तरफ से किए गए विश्लेषण से पता चला है कि ईरान की बैलिस्टिक मिसाइलों को रोकने के लिए इजराइल ने आधे से ज्यादा अमेरिकी एयर डिफेंस सिस्टम के इंटरसेप्टर्स का इस्तेमाल किया। करीब आधे इंटरसेप्टर अमेरिका के टर्मिनल हाई एल्टीट्यूड एरिया डिफेंस सिस्टम यानि थार्ड एयर डिफेंस सिस्टम से दागे गए थे।
रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका के थार्ड एयर डिफेंस सिस्टम ने इजराइल के एरो-2 और एरो-3 इंटरसेप्टर के साथ ईरान की 574 मिसाइलों में से 201 को नष्ट कर दिया था। बाकी मिसाइलों को दूसरे डिफेंस सिस्टम ने नष्ट किया, लेकिन अब चिंता भविष्य की है कि अमेरिका के मिसाइल भंडार से जितनी मिसाइलें इस्तेमाल की जा चुकी हैं, उन्हें भरने में 3 से 8 साल लग सकते हैं।
इस रिसर्च रिपोर्ट में कहा गया है कि 92 थार्ड इंटरसेप्टर्स ईरान के जरिए दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों को रोकने के लिए दागे गए, जो कि अमेरिका के कुल अनुमानित 632 थार्ड मिसाइलों के भंडार का एक बड़ा हिस्सा है।
पेंटागन ने अनुमानों या संभावित इंटरसेप्टर की कमी की चिंताओं के बारे में पूछे गए सवालों का जवाब नहीं दिया। बता दें थार्ड इंटरसेप्टर को लॉकहीड मार्टिन ने बनाया है, जिनमें से प्रत्येक की लागत करीब 12.7 मिलियन डॉलर यानि करीब 106 करोड़ भारतीय रुपए के बराबर है।
ये मिसाइलें पृथ्वी के वायुमंडल के ऊपरी हिस्से में जाकर बैलिस्टिक मिसाइलों को नष्ट करने में सक्षम हैं यानी ये थिएटर-लेवल डिफेंस प्रदान करती हैं। जहां पैट्रियट मिसाइलें सस्ती और तेजी से बनने वाली होती हैं, वहीं थार्ड ज्यादा एडवांस और लंबी दूरी का एयर डिफेंस सिस्टम है।
रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि ईरान ने जब कतर के अल-उदायद एयरबेस पर हुए हमला किया था, उस दौरान 30 पैट्रियट मिसाइलें भी दागी गईं थीं। रिपोर्ट में कहा गया है कि 2024 में अमेरिका ने सिर्फ 11 थार्ड इंटरसेप्टर ही खरीदे और 2025 के अंत तक अमेरिका को 12 और थार्ड मिलने की उम्मीद है।
इसके अलावा 2026 तक कुल 25–37 मिसाइलें ही और जुड़ पाएंगी यानी स्टॉक की भरपाई काफी ज्यादा धीमी रफ्तार से होगी। लेकिन अमेरिका के सामने दिक्कत ये है कि वो पहले अपनी जरूरत को पूरी करे फिर सऊदी अरब को थार्ड सिस्टम की आपूर्ति करे, जिसके लिए उसनें 15 अरब डॉलर की डील की है, जिसके तहत सऊदी 360 मिसाइलों की खरीद करने वाला है।
इसके अलावा कतर ने भी 42 अरब डॉलर का थार्ड एयर डिफेंस समझौता अमेरिका से किया है और उसकी डिलीवरी देने का भी प्रेशर अमेरिका पर है।