मोदी शुक्रवार को बिहार, पश्चिम बंगाल के दौरे पर जायेंगे

मोदी शुक्रवार को बिहार, पश्चिम बंगाल के दौरे पर जायेंगे

नई दिल्ली, 17 जुलाई (वेब वार्ता)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को बिहार तथा पश्चिम बंगाल के दौरे पर रहेंगे और वह 12,000 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास, उद्घाटन और राष्ट्र को समर्पण करेंगे। इनमें रेलवे, सड़क, गैस, ऊर्जा, मत्स्य पालन, आईटी और ग्रामीण विकास जैसे कई क्षेत्रों की योजनाएं शामिल हैं।

मोदी सबसे पहले कल बिहार में पहुंचकर पूर्वाह्न साढ़े 11 बजे माेतिहारी में 7200 करोड़ रुपये से अधिक की रेल, सड़क, ग्रामीण विकास, मत्स्य पालन, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्रों से संबंधित विकास परियोजनाओं का शिलान्यास, उद्घाटन और राष्ट्र को समर्पित करेंगे। वह इसके बाद एक सार्वजनिक समारोह को संबोधित करेंगे।

राज्य में संचार और बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देने की अपनी प्रतिबद्धता के अनुरूप प्रधानमंत्री राष्ट्र को कई रेल परियोजनाएं समर्पित करेंगे। इसमें समस्तीपुर-बछवाड़ा रेल लाइन के बीच स्वचालित सिग्नलिंग भी शामिल है, जिससे इस खंड पर कुशल रेल संचालन संभव होगा। दरभंगा-थलवारा और समस्तीपुर-रामभद्रपुर रेल लाइनों का दोहरीकरण, 580 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली दरभंगा-समस्तीपुर दोहरीकरण परियोजना का हिस्सा है, जिससे रेल संचालन की क्षमता बढ़ेगी और देरी कम होगी।

प्रधानमंत्री क्षेत्र में सड़क अवसंरचना को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग 319 के आरा बाईपास के 4-लेन निर्माण की आधारशिला रखेंगे। यह आरा-मोहनिया राष्ट्रीय राजमार्ग 319 और पटना-बक्सर राष्ट्रीय राजमार्ग 922 को जोड़ेगा, जिससे निर्बाध संपर्क सुनिश्चित होगा और यात्रा का समय भी कम होगा।

मोदी राष्ट्रीय राजमार्ग 319 के पररिया से मोहनिया तक 4-लेन खंड का भी उद्घाटन करेंगे, जिसकी लागत 820 करोड़ रुपये से अधिक है। यह राष्ट्रीय राजमार्ग 319 का ही एक हिस्सा है जो आरा शहर को राष्ट्रीय राजमार्ग 2 (स्वर्णिम चतुर्भुज) से जोड़ता है। इससे माल और यात्रियों की आवाजाही में सुधार होगा। इसके अलावा, राष्ट्रीय राजमार्ग 333C पर सरवन से चकाई तक 2-लेन की पक्की सड़क का भी उद्घाटन किया जाएगा, जिससे माल और लोगों की आवाजाही सुगम होगी और बिहार और झारखंड के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी का काम होगा।

इसके अलावा प्रधानमंत्री दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (डीएवाई-एनआरएलएम) के अंतर्गत बिहार में लगभग 61,500 स्वयं सहायता समूहों को 400 करोड़ रुपये भी जारी करेंगे। महिला-नेतृत्व वाले विकास पर विशेष ध्यान देते हुए 10 करोड़ से अधिक महिलाओं को स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) से जोड़ा गया है। श्री मोदी 12,000 लाभार्थियों के गृह प्रवेश के अवसर पर कुछ लाभार्थियों को चाबियां भी सौंपेंगे और प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के 40,000 लाभार्थियों को 160 करोड़ रुपये से अधिक की राशि जारी करेंगे।

प्रधानमंत्री राजेंद्र नगर टर्मिनल (पटना) से नई दिल्ली, बापूधाम मोतिहारी से दिल्ली (आनंद विहार टर्मिनल), दरभंगा से लखनऊ (गोमती नगर) और मालदा टाउन से लखनऊ (गोमती नगर) के बीच भागलपुर के रास्ते चार नई अमृत भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाएंगे, जिससे क्षेत्र में संचार में सुधार होगा।

इसके बाद मोदी पश्चिम बंगाल का दौरा करेंगे और दोपहर अपराह्न तीन बजे दुर्गापुर में 5000 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास, उद्घाटन और राष्ट्र को समर्पित करेंगे। वह इस अवसर पर उपस्थित जनसमूह को भी संबोधित करेंगे।

प्रधानमंत्री पश्चिम बंगाल में तेल एवं गैस के बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देने के लिए बांकुरा और पुरुलिया जिले में लगभग 1950 करोड़ रुपये की लागत वाली भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) की सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन (सीजीडी) परियोजना की आधारशिला रखेंगे। यह परियोजना घरों, व्यावसायिक प्रतिष्ठानों और औद्योगिक ग्राहकों को पीएनजी कनेक्शन प्रदान करेगी, खुदरा दुकानों पर सीएनजी उपलब्ध कराएगी और क्षेत्र में रोजगार के अवसर भी पैदा करेगी।

इसके बाद मोदी दुर्गापुर-हल्दिया प्राकृतिक गैस पाइपलाइन के दुर्गापुर से कोलकाता खंड (132 किलोमीटर) को भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे जिसे प्रधानमंत्री ऊर्जा गंगा (पीएमयूजी) परियोजना के नाम से भी जाना जाता है।

सभी के लिए स्वच्छ वायु और स्वास्थ्य सुरक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के अनुरूप प्रधानमंत्री 1457 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली दुर्गापुर स्टील थर्मल पावर स्टेशन और दामोदर घाटी निगम के रघुनाथपुर थर्मल पावर स्टेशन की रेट्रोफिटिंग प्रदूषण नियंत्रण प्रणाली-फ्लू गैस डिसल्फराइजेशन (एफजीडी) भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे।

इससे स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा और क्षेत्र में रोज़गार के अवसर पैदा होंगे। क्षेत्र में रेल अवसंरचना को बढ़ावा देते हुए प्रधानमंत्री पुरुलिया में 390 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली पुरुलिया-कोटशिला रेल लाइन (36 किलोमीटर) के दोहरीकरण को भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे।

इससे जमशेदपुर, बोकारो और धनबाद के उद्योगों के बीच रांची और कोलकाता से रेल संपर्क में सुधार होगा, मालगाड़ियों की कुशल आवाजाही सुनिश्चित होगी और यात्रा समय कम होगा।