केदारनाथ जा रहे हेलीकॉप्टर को आपात स्थिति में राजमार्ग पर उतारा गया, सभी यात्री सुरक्षित
रुद्रप्रयाग, सात जून (भाषा) उत्तराखंड के केदारनाथ जा रहे एक हेलीकॉप्टर में शनिवार को तकनीकी खराबी आने के बाद उसे रुद्रप्रयाग जिले में राजमार्ग पर आपात स्थिति में उतारना पड़ा, जिससे उसमें सवार पांच तीर्थयात्री और एक पायलट बाल-बाल बच गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि मामूली रूप से घायल हुए पायलट को अस्पताल ले जाया गया है।
सोशल मीडिया पर प्रसारित वीडियो में देखा जा सकता है कि केस्ट्रेल एविएशन का हेलीकॉप्टर राजमार्ग के बीच में खड़ा है और यह रिहायशी इमारतों के बहुत करीब था तथा उसके ‘टेल रोटर’ से एक कार क्षतिग्रस्त हो गई।
अधिकारियों ने बताया कि हेलीकॉप्टर ने बड़ासू हेलीपैड से केदारनाथ के लिए उड़ान भरी थी, लेकिन उड़ान के दौरान तकनीकी खराबी आने के कारण इसे आपात स्थिति में सिरसी के निकट राजमार्ग पर उतारना पड़ा।
उन्होंने बताया कि हेलीकॉप्टर में पायलट समेत छह लोग सवार थे और वे बाल-बाल बच गए।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जब लोगों ने हेलीकॉप्टर को हवा में असंतुलित होकर सड़क पर आपात स्थिति में उतरते हुए देखा, तो वे डर गए।
केदारनाथ हेली सेवा के नोडल अधिकारी राहुल चौबे ने बताया कि इस घटना से केदारनाथ मंदिर के लिए हेली शटल सेवा प्रभावित नहीं हुई है।
हेलीकॉप्टर को राजमार्ग से हटाने के प्रयास जारी हैं।
पुलिस ने सड़क मार्ग से केदारनाथ जाने वाले तीर्थयात्रियों से अपील की है कि वे जहां हैं वहीं रुक जायें, क्योंकि राजमार्ग से हेलीकॉप्टर को हटाने में कुछ समय लग सकता है।
नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने कहा कि केस्ट्रेल एविएशन के एडब्ल्यू119 (रजिस्टर्ड. वीटी-आरएनके) हेलीकॉप्टर के पायलट कैप्टन आर पी एस सोढ़ी थे।
शुरुआती जानकारी के अनुसार, हेलीपैड से उड़ान भरने के कुछ ही समय बाद पायलट को एक संदिग्ध समस्या की सूचना दी गई। जवाब में, उन्होंने हेलीपैड के निकट सड़क पर हेलीकॉप्टर को आपात स्थिति में उतारा।
डीजीसीए ने बताया कि सभी यात्री सुरक्षित हैं और उन्हें कोई नुकसान नहीं पहुंचा है।
पायलट को पीठ दर्द की शिकायत के कारण जांच के लिए अस्पताल ले जाया गया है।
इसने बताया कि हेलीकॉप्टर ने अपराह्न 12.52 बजे बड़ासू (सिरसी) हेलीपैड से उड़ान भरी थी।
डीजीसीए ने बताया कि मौके पर आकलन के लिए एक टीम भेजी जा रही है।
एक महीने में यह चौथी बार है जब चार धाम यात्रा मार्ग पर हवाई मार्ग से यात्रा करने वाले श्रद्धालु बाल-बाल बचे हैं।
शनिवार को हेलीकॉप्टर को ऐसे समय में आपात स्थिति में उतारा गया, जब लगभग एक महीने पहले आठ मई को गंगोत्री मंदिर जा रहा एक अन्य हेलीकॉप्टर उत्तरकाशी जिले के गंगनानी के निकट दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें पांच महिलाओं और पायलट सहित छह लोगों की मौत हो गई थी और एक पुरुष यात्री गंभीर रूप से घायल हो गया था।
बारह मई को बद्रीनाथ से श्रद्धालुओं को लेकर सिरसी लौट रहे एक हेलीकॉप्टर को उखीमठ के एक स्कूल के मैदान में खराब दृश्यता के कारण आपात स्थिति में उतारना पड़ा था। इस घटना में सभी तीर्थयात्री सुरक्षित थे। मौसम ठीक होने पर लगभग एक घंटे बाद हेलीकॉप्टर ने फिर से उड़ान भरी थी।
ऋषिकेश स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) से आई एक हेली एंबुलेंस उत्तराखंड में केदारनाथ हेलीपैड के निकट 17 मई को दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। हालांकि उसमें सवार तीनों लोग -एक चिकित्सक, एक पायलट और एक अन्य व्यक्ति सुरक्षित बच गए थे।