गुजरात : विधवा महिलाओं के साथ खड़ी है गुजरात सरकार

गुजरात : विधवा महिलाओं के साथ खड़ी है गुजरात सरकार

गंगा स्वरूपा आर्थिक सहायता योजना के बजट में गत वर्ष की तुलना में 700 करोड़ रुपए की वृद्धि, वर्ष 2025-26 का बजट 3015 करोड़ रुपए

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘वुमन लेड डेवलपमेंट’ यानी महिलाओं के नेतृत्व में विकास का मंत्र दिया है तथा देश की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने पर बल दिया है। गुजरात में महिलाओं को सशक्त तथा आत्मनिर्भर बनाने के लिए मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में विभिन्न महिला-उन्मुखी योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन किया जा रहा है। ऐसी ही एक महत्वपूर्ण योजना है गंगा स्वरूपा आर्थिक सहायता याजोना। राज्य की विधवा महिलाएँ आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनें तथा गौरवपूर्वक जीवन यापन कर सकें; इसके लिए गुजरात सरकार द्वारा गंगा स्वरूपा आर्थिक सहायता योजना क्रियान्वित है।

उल्लेखनीय है कि अधिक से अधिक विधवा महिलाओं को आर्थिक लाभ मिले; इस उद्देश्य से गंगा स्वरूपा आर्थिक सहायता योजना के बजट में राज्य सरकार द्वारा लगातार वृद्धि की गई है। पिछले एक वर्ष में ही इस योजना के बजट में बहुत बड़ी यानी लगभग 700 करोड़ रुपए की वृद्धि की गई है। वर्ष 2024-25 में इस योजना के लिए 2362.67 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया था, जिसके सापेक्ष वर्ष 2025-26 में इस योजना के लिए 3015 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। इसके अतिरिक्त; वर्ष 2024-25 के लिए गंगा स्वरूपा आर्थिक सहायता योजना अंतर्गत 16.49 लाख विधवा महिलाओं को 2161.64 करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता (फरवरी 2025 तक) का भुगतान किया गया, जो महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त करने की गुजरात सरकार की प्रतिबद्धता दर्शाता है।

‘गंगा स्वरूपा आर्थिक सहायता योजना से हमारे बच्चों की शिक्षा सुनिश्चित हुई’

गंगा स्वरूपा आर्थिक सहायता योजना अंतर्गत सहायता पाने वाली डांग की लाभार्थी देवयानीबेन पाडवी ने कहा, “मेरे पति का जुलाई 2021 में निधन हुआ था। उसके बाद मुझे गंगा स्वरूपा आर्थिक सहायता योजना के बारे में पता चला। इस योजना अंतर्गत मुझे मासिक 1250 रुपए मिलते हैं, जो घर-खर्च में सहायक होते हैं। मैं इसके लिए महिला एवं बाल विकास विभाग का बहुत-बहुत आभार मानती हूँ।

पाटण की निवासी हिनाबेन पटेल तथा निकिताबेन प्रजापति ने इस योजना के जरिये सहायता मिलने पर गुजरात सरकार का आभार मानते हुए कहा, “गंगा स्वरूपा आर्थिक सहायता योजना हमारे जीवन के लिए आशा की किरण बनी है। इस योजना के अंतर्गत प्राप्त सहायता से हमें घर खर्च में तो मदद मिलती ही है, साथ ही यह सहायता हमारे बच्चों की शिक्षा भी सुनिश्चित करती है।”