‘मिर्जापुर: द फिल्म’ बहुत धमाकेदार होगी: श्वेता त्रिपाठी
नयी दिल्ली, सात दिसंबर (भाषा) अभिनेत्री श्वेता त्रिपाठी ने कहा है कि ‘मिर्जापुर: द फिल्म’ काफी ‘‘धमाकेदार’’ होगी और इसमें अपराध एवं हिंसा जैसे मुद्दों पर समाज को आईना दिखाने से परहेज नहीं किया जाएगा।
वर्ष 2026 में रिलीज होने वाली यह फिल्म ‘मिर्जापुर’ श्रृंखला का सिनेमाई विस्तार है और इसमें कालीन भैया, गुड्डू पंडित और मुन्ना त्रिपाठी जैसे लोकप्रिय किरदारों को विस्तार से दिखाया जाएगा।
‘मिर्जापुर’ में गजगामिनी गुप्ता उर्फ गोलू की भूमिका निभाने वाली त्रिपाठी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से साक्षात्कार में कहा, ‘‘मुझे लगता है कि यह काफी धमाकेदार होगी। इसे अभी लिखा जा रहा है और हमें धीरे-धीरे पता चल रहा है कि क्या हो रहा है लेकिन मुझे लगता है कि यह साफ-सुथरी नहीं होगी। मुझे लगता है कि यह एक वयस्क फिल्म होगी और हमें यह दिखाने में सक्षम होना चाहिए कि (समाज में) क्या हो रहा है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जब लोग अपनी आंखें बंद कर लेते हैं और असहज महसूस करते हैं तो उन्हें यह महसूस करना चाहिए कि हर बार अपना मुंह घुमा लेने और इसे स्वीकारने से इनकार कर देने से ये घटनाएं रुकती नहीं हैं।’’
त्रिपाठी ने कहा कि किसी भी सफल शो की रीढ़ लेखन है और यह बात ‘मिर्जापुर’ के लिए भी सही है।
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे (मिर्जापुर के) किरदारों की यह बात पसंद है कि कोई भी व्यक्ति जन्म से बुरा नहीं है और मैं यह इसलिए कह रही हूं क्योंकि मैंने न केवल अपने बल्कि मुन्ना के किरदार से भी यह बात समझी। वह अपने पिता का प्यार और मान्यता चाहता था लेकिन उसे जब वह नहीं मिला तो उसने अपना सारा गुस्सा और हताशा दूसरे लोगों पर निकाली।’’
त्रिपाठी ने कार्यक्रम में प्रासंगिक किरदार गढ़ने का श्रेय इसके सह-लेखक पुनीत कृष्णा और निर्देशक गुरमीत सिंह को दिया।
उन्होंने खुलासा किया कि मिर्जापुर के तीन सीजन के दौरान गोलू का किरदार निभाने के कारण उनके मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ा और इससे निपटने के लिए उन्हें थेरेपी की मदद लेनी पड़ी।
त्रिपाठी का मानना है कि एक अभिनेत्री के रूप में महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपनी आवाज उठाना उनका कर्तव्य है।