सूरत : वन विभाग ने 5 करोड़ से अधिक कीमत की खैर की लकड़ी जब्त
बड़े पैमाने पर लकड़ी चोरी का भंडाफोड़ किया, छापेमारी में 2055 मीट्रिक टन लकड़ी बरामद, मामले में डिपो मैनेजर सहित कई आरोपी
सूरत वन विभाग की मांडवी दक्षिण रेंज ने खेर के पेड़ काटने और लकड़ी बेचने के एक बड़े रैकेट का भंडाफोड़ किया है। 16 जून को, मांडवी साउथ रेंज के पास बिना परमिट के गुजर रहे खेर जलाऊ लकड़ी से भरे एक ट्रक को पकड़ा गया। पूछताछ में पता चला कि लकड़ी मध्य प्रदेश के अलीराजपुर ले जाई जा रही थी।
इसके बाद वन विभाग की टीम ने अलीराजपुर में छापा मारा, जहां 2055 मीट्रिक टन खैर की लकड़ी का भंडारण पाया गया। लकड़ी की बाजार कीमत 5.13 करोड़ रुपये है। वन विभाग ने लकड़ी को जब्त कर लिया और डिपो मैनेजर आरिफ अली अमजाल अली मकरा के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।
जांच में पता चला है कि पिछले चार सालों से सूरत, तापी, नवसारी, वलसाड, नर्मदा, दाहोद और भरूच समेत कई जिलों के जंगलों से खैर के पेड़ काटे जा रहे थे। इन पेड़ों को ट्रकों के माध्यम से अलीराजपुर ले जाया जाता था।
यह चौंकाने वाली बात है कि इतनी बड़ी मात्रा में लकड़ी की चोरी होते हुए भी, दक्षिण गुजरात के किसी भी डीएफओ या उनके अधीनस्थ को इसकी जानकारी नहीं थी। मामले की गहन जांच की जा रही है और अन्य आरोपियों को भी पकड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं।